नई दिल्ली: भारतीय महिला वनडे टीम की कप्तान मिताली राज ने कहा है कि टीम का लक्ष्य अगले साल होने वाला विश्व कप है और इस बड़े टूर्नामेंट से पहले न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ वनडे सीरीज मिलना भारतीय टीम के लिए अच्छी बात है।
भारत को मार्च-अप्रैल 2022 में होने वाले विश्व कप से पहले मेज़बान न्यूज़ीलैंड से ही पांच मैचों की वनडे सीरीज़ में भिड़ना है। भारतीय महिला विश्व कप से पहले सिर्फ़ एक वनडे सीरीज़ खेलनी है, लेकिन कप्तान मिताली का मानना है कि उनकी टीम को विश्व कप के लिए अच्छी तैयारी मिली है। उन्होंने साथ ही कहा कि विश्व कप से पहले न्यूज़ीलैंड का दौरा मिलना हमारे लिए काफी अच्छी बात है क्योंकि इससे हमें परिस्थितियों से अभ्यस्त होने में मदद मिलेगी।
अपने 39वें जन्मदिन पर मिताली ने दिल्ली में एक प्रमोशनल कार्यक्रम के इतर संवाददाताओं से बात करते हुए कहा,'मैंने अभी खेलना नहीं छोड़ा है और मैं अभी खेल रही हूँ। मेरा लक्ष्य अभी विश्व कप है जिसके लिए हम तैयारी कर रहे हैं।' कोरोना के कारण विश्व कप क्वालीफायर रद्द हो जाने के बारे में पूछने पर मिताली ने कहा कि भारत क्वालीफायर का हिस्सा नहीं है इसलिए वह इस पर कुछ नहीं बोलेंगी लेकिन टीम अपनी विश्व कप की तैयारी कर रही है।
2021 में भारत ने दक्षिण अफ़्रीका की मेज़बानी की थी। इसके बाद भारत तीनों फ़ॉर्मेट की सीरीज़ खेलने इंग्लैंड और फिर दक्षिण अफ़्रीका गई। हालांकि इन तीनों सीरीज़ में उन्हें हार का सामना करना पड़ा, लेकिन उन्होंने ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड को उनके घर पर कड़ी टक्कर दिया। मिताली की टीम ने इस दौरान ऑस्ट्रेलिया की 26 मैचों की लगातार जीत के विश्व रिकॉर्ड को भी रोका।
मिताली ने कहा, "हमने मार्च से विश्व की तीन शीर्ष टीमों के ख़िलाफ़ क्रिकेट खेला है और हमें अच्छी तैयारी मिली है। इसके अलावा लड़कियां लगातार घरेलू क्रिकेट खेल रही हैं, वहीं कई लड़कियां द हंड्रेड और महिला बिग बैग लीग का भी हिस्सा थी। हमें मैच प्रैक्टिस मिल रही है, जो कि अभी सबसे महत्वपूर्ण बात है। विश्व कप से पहले न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ खेलना भी हमारे लिए अच्छी बात है।"
भारत, इंग्लैंड में हुई 2017 के विश्व कप में उपविजेता था, हालांकि तब टीम से किसी ने भी फ़ाइनल तक पहुंचने की उम्मीद नहीं की थी। मिताली ने कहा, "तब किसी को उम्मीद नहीं थी लेकिन अब 2021 में सभी को उम्मीद है। लगातार अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट और टी20 लीग में खेलने से हमारे खिलाड़ियों को अनुभव मिला है। हमारे पास भले ही युवा खिलाड़ी हैं, लेकिन उनके पास अच्छा अनुभव है। हमें बस एक टीम की तरह बेहतर तालमेल से खेलने की ज़रूरत है। विश्व कप में हर मैच अलग होगा और हमें तेज़ी से अपने विरोधी टीमों को पढ़ना होगा।"(वार्ता)