विशाखापत्तनम। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ बुधवार से यहां शुरू हो रहे पहले क्रिकेट टेस्ट में भारत इस उम्मीद के साथ उतरेगा कि सीमित ओवरों के क्रिकेट में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले रोहित शर्मा (Rohit Sharma) अपनी इस फार्म को टेस्ट क्रिकेट में सलामी बल्लेबाज के रूप में दोहरा पाएंगे।
टेस्ट श्रृंखला से पहले रोहित को सलामी बल्लेबाज के रूप में उतारने के प्रयोग से वांछित नतीजे नहीं मिले और श्रृंखला से पहले दक्षिण अफ्रीका के एकमात्र अभ्यास मैच में पारी का आगाज करते हुए वे खाता खोले बिना ही पैवेलियन लौट गए।
रोहित की बेहतरीन फार्म को देखते हुए युवराज सिंह सहित कई पूर्व क्रिकेटरों का मानना है कि मुंबई के इस बल्लेबाज को सभी प्रारूपों में खेलना चाहिए और उन्हें टेस्ट सलामी बल्लेबाज के रूप में अधिक मौके मिलने चाहिए।
वेस्टइंडीज दौरे पर उन्हें 2 टेस्ट की श्रृंखला के दौरान मध्यक्रम में जगह नहीं मिली लेकिन खराब फार्म के कारण लोकेश राहुल को बाहर किए जाने के कारण भारत को उम्मीद होगी कि मयंक अग्रवाल के साथ मिलकर रोहित शीर्ष पर स्थिर जोड़ी बनाएंगे। पहले टेस्ट से पूर्व नेट सत्र के दौरान सभी की नजरें रोहित पर टिकी थीं, जो मौके का फायदा उठाने और अपने टेस्ट रिकॉर्ड में सुधार के लिए प्रतिबद्ध दिखे।