उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि बुरा समय आपको हमेशा जीवन के बारे में सीखाता है। अगर आप हमेशा सफल होते हैं तो आप सीख नहीं सकते। अगर आप गलतियां करते हो तो आप इनसे काफी कुछ सीखते हो और बेहतर इंसान बनते हो। मेरे बीते समय ने मुझे बेहतरीन क्रिकेटर और इंसान बनाया है। उनका घरेलू सत्र काफी खराब रहा था जिसमें कुछ अनुशासनात्मक संबंधित मुद्दे भी रहे।
सैमसन रणजी ट्रॉफी मैच के बीच में टीम के ड्रेसिंग रूम को छोड़कर चले गए थे लेकिन केरल क्रिकेट संघ (केसीए) ने उन्हें एक शर्त के साथ चेतावनी देते हुए छोड़ दिया कि उनके पिता अपने बेटे की क्रिकेटिया गतिविधियों में हस्तक्षेप नहीं करेंगे। इस शतक की क्या अहमियत है तो उन्होंने कहा कि यह विशेष पारी थी लेकिन उन्हें और आगे जाना है।