जोहानिसबर्ग:दक्षिण अफ्रीका के लिए एक के बाद एक बुरी खबर सामने आ रही है। विकेटकीपर क्विंटन डि कॉक की गैर मौजूदगी में दक्षिण अफ्रीका को कम से कम एक टेस्ट उनके बिना खेलना पड़ेगा और अब एनरिच नोर्त्जे भी भारत के खिलाफ होने वाली टेस्ट सीरीज से बाहर हो गए हैं।
अपनी तेजी के लिए जाने वाले नोर्त्जे की कमी को अब दक्षिण अफ्रीका के रबाड़ा और एन्गिडी को पूरा करना होगा। दोनों ही गेंदबाजों पर अब अतिरिक्त दबाव आने वाला है।
दक्षिण अफ्रीका के तेज गेंदबाज एनरिच नोर्त्जे चोटिल होने के कारण भारत के खिलाफ आगामी टेस्ट श्रृंखला से मंगलवार को बाहर हो गये।
क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका (सीएसए) ने उनकी चोट के बारे में साफ तौर पर कुछ नहीं बताया है। टीम में उनकी जगह किसी को शामिल नहीं किया गया है। नोर्त्जे ने 12 टेस्ट में 47 विकेट लिए हैं, जिसमें तीन बार पांच विकेट शामिल हैं।
भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच तीन मैचों की श्रृंखला का पहला टेस्ट 26 दिसंबर से सेंचुरियन में खेला जायेगा।
सीएसए से जारी बयान के मुताबिक, प्रोटियाज (दक्षिण अफ्रीकी) गेंदबाज एनरिक नॉर्किया लगातार चोटिल होने के कारण भारत के खिलाफ तीन मैचों की टेस्ट श्रृंखला से बाहर हो गए हैं।
उन्होंने कहा, दुर्भाग्य से वह टेस्ट मैच में गेंदबाजी के लिए पर्याप्त रूप से उबरने में सफल नहीं रहे। वह चोट से उबरने के लिए विशेषज्ञों से सलाह ले रहे है। अभी उनकी जगह किसी और को टीम में शामिल नहीं किया जा रहा है।
नॉर्किया ने इंडियन प्रीमियर लीग में भी शानदार प्रदर्शन किया है और उनकी टीम दिल्ली कैपिटल्स ने उन्हें रिटेन किया है।
उल्लेखनीय है कि दक्षिण अफ्रीका और भारत के बीच पहला टेस्ट सेंचुरियन में 26 से 30 दिसंबर तक खेला जाएगा, जबकि अगले दो मैच तीन से सात जनवरी और 11 से 15 जनवरी के बीच क्रमश: जोहान्सबर्ग और केप टाउन में खेले जाएंगे। टेस्ट सीरीज की समाप्ति के बाद पार्ल में 19 जनवरी से वनडे सीरीज शुरू होगी। 21 जनवरी को दूसरा मैच भी यहीं पर खेला जाएगा, जबकि तीसरी और अंतिम मैच 23 जनवरी को केप टाउन में होगा।
दक्षिण अफ्रीका की अब तक की सबसे कमजोर टीम से भिड़ेगी टीम इंडिया
क्रिकेट विशेषज्ञों के मुताबिक यह दक्षिण अफ्रीका की भारत के खिलाफ सबसे कमजोर टीम मानी जा रही है। इस टीम में विश्वसनीयता और लय की कमी दिख रही है। टीम के बड़े नाम टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह चुके हैं। वहीं बल्लेबाजी में एकमात्र विश्वसनीय नाम क्विंटन डि कॉक का भी एक से कम एक टेस्ट ना खेलना पक्का हो गया है। यही कारण है कि यह दक्षिण अफ्रीका दौरा भारत का सबसे बेहतर मौका माना जा रहा है।