सुनील गावस्कर की टीम इंडिया को लताड़, इंग्लैंड में मजे करने आए हो या क्रिकेट खेलने?

सोमवार, 13 अगस्त 2018 (22:13 IST)
लंदन। बतौर टीवी कमेंटेटर के रूप में इंग्लैंड में मौजूद पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर लॉर्ड्‍स टेस्ट मैच में भारत की करारी शिकस्त से काफी क्षुब्ध हैं। गावस्कर ने टीम इंडिया के खिलाड़ियों को लताड़ लगाते हुए कहा कि वे यहां पर मजे करने आए हैं या क्रिकेट खेलने? जिस प्रकार से भारतीय टीम दूसरा टेस्ट मैच पारी और 159 रनों से हारी है, उससे तो यही लग रहा है कि ये खिलाड़ी टेस्ट खेलने का मन ही नहीं बना पाए हैं और उनका इरादा सिर्फ सैर-सपाटा करना है।
 
 
गावस्कर ने कहा कि सोमवार को टीम प्रबंधन ने हार पर 'मंथन' किया होगा कि कहां गलती रह गई और आगे के 3 टेस्ट मैचों में कहां पर सुधार करना है। मेरा मानना है कि हार के विश्लेषण पर 1 दिन का वक्त काफी है। टीम को चाहिए कि वह कल मंगलवार को अभ्यास करे। जब उन्हें ये बताया गया कि टीम कल मंगलवार को भी अभ्यास नहीं करने जा रही है और परसों नॉटिंघम में 18 अगस्त से शुरू होने वाले टेस्ट के लिए रवाना हो रही है, इस पर वे नाराज हो गए।
 
हम पुराने जमाने के ठहरे : गावस्कर ने कहा कि मैं जनवरी से दक्षिण अफ्रीका के दौरे से कह रहा हूं कि भारतीय टीम को विदेशी जमीन पर अधिक से अधिक अभ्यास मैच खेलने चाहिए ताकि वहां के वातावरण से वे वाकिफ हो लेकिन मेरी सुनता कौन है? हम ठहरे पुराने जमाने के खिलाड़ी।
 
आगे और बुरी हालत होनी है : इंग्लैंड में अब सर्दी पड़नी शुरू हो गई है और गावस्कर को लगता है कि आने वाले 3 टेस्ट मैचों में और बुरी हालत होने वाली है, क्योंकि ठंड में लाल गेंद और ज्यादा स्विंग होने वाली है। ये याद रखना जरूरी है कि टी-20 और वनडे की सफेद गेंद और टेस्ट मैच की लाल गेंद में काफी अंतर होता है। एंडरसन, ब्रॉड और वोक्स की गेंदें काफी स्विंग होती हैं, इन्हें खेलने के लिए कड़ा अभ्यास जरूरी है।
 
क्या होने चाहिए परिवर्तन? : गावस्कर ने कहा कि टीम की बल्लेबाजी कमजोर है जबकि गेंदबाजी पर्याप्त है। कमजोर बल्लेबाजी में सुधार के लिए दिनेश कार्तिक की जगह ऋषभ पंत को लाना चाहिए। करुण नायर को भी मौका दिया जाना चाहिए। इन दोनों के आने से बल्लेबाजी मजबूत होगी। वैसे बहुत ज्यादा बदलाव भी नुकसानदायक होंगे।
 
बिना लड़े ही लड़ाई हार गए : भारतीय टीम दूसरे टेस्ट मैच में बिना लड़ाई लड़े ही पारी और 159 रनों से हार गई जबकि सीरीज शुरू होने के पहले टीम के चीफ कोच रवि शास्त्री और कप्तान विराट कोहली गुरूर से भरे हुए थे। इनका कहना था कि टी-20 और वनडे में हम पिच को जीत लेंगे। टी-20 में भारत ने इंग्लैंड को 2-1 से हराया था जबकि वनडे मैच 2-1 से हारे थे। क्रिकेट के ये दोनों ही प्रारूप सफेद गेंद से हुए थे जबकि टेस्ट में लाल गेंद ने भारत के परखच्चे उड़ाकर रख दिए हैं।
 
हार से मचा हाहाकार : लॉर्ड्‍स पर दूसरे टेस्ट मैच में भारत की करारी हार से हाहाकार मचा हुआ है। हर कोई टीम इंडिया को लानतें भेज रहा है। विराट कोहली ने मैच के बाद खुद कहा कि जैसा हम खेले, उससे मैं खुश नहीं हूं और ऐसे प्रदर्शन से तो हमें हारना ही था। अब जबकि चोटिल होने के बाद विराट का तीसरे टेस्ट मैच से बाहर होना तय है, ऐसे में टीम का मनोबल और अधिक गिरेगा।

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