कटक। पूर्व भारतीय कप्तान और दिग्गज बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने कहा कि भारतीय गेंदबाजी में जो क्रांति आई है, उसका श्रेय कपिल देव को दिया जाना चाहिए। उन्हीं की कामयाबी ने दूसरे तेज गेंदबाजों के लिए दरवाजे खोले। भारत और वेस्टइंडीज के बीच तीसरे और निर्णायक वनडे मैच में 'स्टार स्पोर्ट्स' पर कॉमेंट्री करने के सिलसिले में गावस्कर यहां आए हुए हैं।
उन्होंने कहा कि कपिल देव ने भारत के निर्जीव कहे जाने वाले विकेट पर तेज गेंदबाजी से विकेट निकाले। उन्होंने दूसरे गेंदबाजों को भी परोसा दिलाया कि हम बेजान विकेटों पर सटीक गेंदबाजी करके विकेट हासिल कर सकते हैं।
जब मोहम्मद शमी ने वेस्टइंडीज के धुरंधर बल्लेबाज शाई होप को 42 रनों पर बोल्ड किया तो सहसा कॉमेंट्री कर रहे गावस्कर के मुंह से निकला कि मेरी पसंद का यही गेंदबाज है। मैं इसे नंबर वन गेंदबाज मानता हूं। गावस्कर ने कहा कि कई बार शमी मुझे वेस्टइंडीज के महान तेज गेंदबाज मैलकम मार्शल की याद दिलाते हैं।
जब गावस्कर ने शमी की तुलना वेस्टइंडीज के महानतम तेज गेंदबाजों में से एक मार्शल से कर डाली तो इससे निश्चित तौर पर भारत के इस सीनियर तेज गेंदबाज का मनोबल बढ़ेगा, जिसने पूरे सत्र के दौरान अपनी तेजी, स्विंग और उछाल से विरोधी बल्लेबाजों को परेशान किया है।
गावस्कर ने कहा कि मार्शल अपने समय के सबसे खतरनाक गेंदबाज रहे हैं, जिनके बारे में सोचकर मैं अब भी गहरी नींद से उठ जाता हूं। मैं आधुनिक गेंदबाजी में शमी में मार्शल की झलक देखता हूं।
गावस्कर ने इससे पहले शमी की तुलना तेंदुए से की थी। गावस्कर ने कहा था, जब वह गेंदबाजी के लिए दौड़कर आता है, स्पाइडर कैम जब इसकी तस्वीर लेता है तो यह देखना शानदार होता है। ऐसा लगता है कि तेंदुआ शिकार के लिए जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि आज भले ही 28 वर्षीय तेज गेंदबाज शमी ने 66 रन देकर सिर्फ 1 विकेट लिया हो लेकिन वे इस साल 2019 में एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैचों में 42 विकेट के साथ सबसे सफल गेंदबाज रहे।