ब्रिसबेन: जिम्बाब्वे और बांग्लादेश के बीच रविवार को यहां टी20 विश्व कप मैच के दौरान एक अभूतपूर्व घटना में दोनों टीमों के खिलाड़ियों को डगआउट से वापस बुलाया गया क्योंकि मैच की अंतिम गेंद को अंपायरों ने नो-बॉल करार किया।
अंतिम गेंद पर पांच रन की दरकार थी, ब्लेसिंग मुजारबानी को विकेटकीपर नुरूल हसन ने मोसादेक हुसैन की गेंद पर स्टंप कर दिया जिससे बांग्लादेशी खिलाड़ी और प्रशंसक जीत का जश्न मनाने लगे।
स्टंप हटा दिये गये और खिलाड़ी हाथ मिलाने के बाद डगआउट में वापस आ गये, लेकिन तभी टीवी अंपायरों ने अंतिम गेंद को नो-बॉल कर दिया क्योंकि उन्होंने नुरूल को आंशिक रूप से स्टंप के सामने से गेंद लेने का दोषी पाया जिससे स्टंपिंग अमान्य हो गयी।
इससे जिम्बाब्वे को एक फ्री-हिट मिला और उन्हें मैच जीतने के लिये चार रन की जरूरत थी। लेकिन मोसादेक की अंतिम गेंद मुजारबानी फिर से चूक गये जिससे बांग्लादेशी प्रशंसकों ने राहत की सांस ली।
तीन विकेट झटकने के लिये प्लेयर ऑफ द मैच चुने गये तास्किन अहमद ने कहा, हम सभी नर्वस थे। यह बहुत अच्छा मैच रहा, हमारे लिये यह इतना आसान नहीं था। मैंने पहली बार यह देखा (अंतिम गेंद नो-बॉल होना)।
यह नाटकीय घटना अंतिम ओवर में घटी जिसमें जिम्बाब्वे ने दो विकेट गंवाने के बावजूद पहली पांच गेंद पर 11 रन बना लिये थे।
मोसादेक हुसैन ने अपने करियर का सबसे महत्वपूर्ण ओवर डाला, उन्होंने दूसरी गेंद पर ब्रैड इंवास (02) को आउट किया लेकिन अगली दो गेंद पर रिचर्ड नगारावा ने उन पर एक चौका और एक छक्का जड़ दिया जिससे टीम दौड़ में बनी रही।
हुसैन ने हालांकि अगली गेंद पर नगारावा को स्टंप कर दिया जिससे जिम्बाब्वे को अंतिम गेंद में पाच रन चाहिए थे।नये बल्लेबाज ब्लेसिंग मुजारबानी स्टंप आउट हुए और खिलाड़ियों ने जीत का जश्न मनाया और वे डगआउट में पहुंच गये।
एमसीसी के क्रिकेट नियमों के 27.3.1 नियम के अनुसार, विकेटकीपर को तब तक पूरी तरह से स्ट्राइकर छोर पर विकेट के पीछे रहना चाहिए जब तक गेंदबाज द्वारा फेंकी गयी गेंद बल्ले से नहीं छूती या फिर स्ट्राइक पर रहने वाले खिलाड़ी को नहीं छूती या फिर स्ट्राइकर छोर पर विकेट से आगे नहीं निकलती या फिर स्ट्राइकर रन लेने का प्रयास नहीं करता।