घोष के पास स्वास्थ्य और सेवा क्षेत्र में करीब 29 वर्षों का अनुभव है। बीसीसीआई ने इसकी जानकारी दी है। एनसीए क्रिकेटरों के करियर में हमेशा से अहम रहा है, जहां खिलाड़ी रिहैबिलिटेशन, ट्रेनिंग, फिटनेस समीक्षा आदि के लिए जाते हैं, जबकि अहम दौरों से पहले उनकी तैयारी भी एनसीए में ही होती है जहां महिला और पुरुष टीमों के लिए लगातार कैंप आयोजित किए जाते हैं।
हालांकि घोष के लिए अब अहम जिम्मेदारी नया एनसीए स्थापित करने की है। बीसीसीआई के पास बेंगलुरु के एयरोस्पेस पार्क के निकट अरेबिनामंगला गांव में करीब 40 एकड़ जमीन है, जहां वह नई राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी की स्थापना करना चाहता है, जिसका जिम्मा अब घोष के पास होगा। (वार्ता)