मुंबई: 2022 की बड़ी नीलामी से पहले आईपीएल की आठ पुरानी टीमों ने कुल 27 खिलाड़ियों को रिटेन किया है और इस रिटेंशन में वेंकटेश अय्यर को मिली 40 गुना हाइक सबसे ज्यादा हैरान करने वाली है जबकि जम्मू कश्मीर के तेज गेंदबाज उमरान मालिक को भी बड़ा फायदा पहुंचा है।
2021 की नीलामी में केकेआर ने मध्य प्रदेश के हरफ़नमौला वेंकटेश अय्यर को 20 लाख रूपये के बेस प्राइज़ में ख़रीदा था। नवंबर में भारत के लिए पदार्पण करने वाले अय्यर को इस बार केकेआर ने 8 करोड़ रूपये में रिटेन किया है। यह 2021 नीलामी की क़ीमत से 40 गुना ज़्यादा क़ीमत है।
अगर यह कहा जाए कि सलामी बल्लेबाज वैंकटेश अय्यर के कारण ही कोलकाता की टीम आईपीएल 2021 के प्लेऑफ में पहुंची तो अतिशियोक्ति नहीं होगी।10 मैचों में अय्यर ने 41 की औसत से 370 रन बनाए जिसमें उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 67 रनों का रहा। इस सत्र में उन्होंने 4 अर्धशतक लगाए और उन्होंने 3 विकेट भी चटकाए।
यह ऐतिहासिक रूप से बेस प्राइज़ से सबसे ज़्यादा क़ीमत तक पहुंचने का रिकॉर्ड नहीं है क्योंकि 2015 में मुंबई इंडियंस ने हार्दिक पांड्या को 10 लाख रूपये के बेस प्राइज़ में ख़रीदा था, जबकि 2018 में मुंबई ने उन्हें 110 गुणा ज़्यादा 11 करोड़ रूपये दिए।
जम्मू एंड कश्मीर के तेज़ गेंदबाज़ उमरान मलिक को सनराइज़र्स हैदराबाद ने चार करोड़ रूपये में रिटेन किया है। मलिक दूसरे अनकैप्ड खिलाड़ी हैं, जिन्हें उनके राज्य के ही दोस्त अब्दुल समद के साथ एसआरएच ने रिटेन किया है।
नटराजन की जगह टीम में लिए गए उमरान मलिक ने इस आईपीएल 2021 की सबसे तेज गेंद फेंकी। हालांकि उन्होंने इस सत्र में सिर्फ 2 विकेट लिए लेकिन अपनी गेंदो की गति से उन्होंने चयनकर्ताओं को काफी प्रभावित किया।
मलिक ने जहां तीन तो वेंकटेश ने 2021 में मात्र 10 मैच खेले हैं। पहले यह रिकॉर्ड संजू सैमसन के साथ था, जिन्हें राजस्थान रॉयल्स ने मात्र 11 आईपीएल मैचों के बाद रिटेन किया था। उसी साल एक और अनकैप्ड खिलाड़ी मनन वोहरा को किंग्स 11 पंजाब ने 12 मैचों के बाद रिटेन कर लिया था।
केन विलियमसन सबसे महंगे विदेशी खिलाड़ी
14 करोड़ रूपये सनराइज़र्स हैदराबाद, न्यूज़ीलैंड के कप्तान केन विलियमसन को देगी। यह किसी विदेशी खिलाड़ी को दी जाने वाली सबसे ज़्यादा अधिक रिटेंशन क़ीमत है। 2018 में सनराइज़र्स ने केन को तीन करोड़ रूपये में ख़रीदा था। 2018 में ख़रीदे जाने से पहले सनराइज़र्स ने केन को 2015 में 60 लाख रूपये में ख़रीदा था और अगले तीन सीज़न में यही कीमत दी थी।
37 लाख से शुरु किया था नारायण ने सफर
2012 में कोलकाता नाइटराइडर्स ने त्रिनिदाद के एक अनजाने मिस्ट्री स्पिनर सुनील नारायण को ख़रीदा था। इस खिलाड़ी ने 2011 में चैंपियंस लीग टी20 में बेहतरीन प्रदर्शन किया और उनकी क़ीमत 5.23 करोड़ रूपये तक पहुंच गई। उस समय तक नारायण वेस्टइंडीज़ के लिए केवल तीन मैच खेले थे और उनका बेस प्राइज मात्र 37 लाख रूपये था।
2014 में नारायण को 9.5 करोड़ रूपये में रिटेन किया गया। चार साल बाद 2018 की बड़ी नीलामी में नारायण को एक बार दोबारा 8.5 करोड़ में रिटेन किया गया। आईपीएल रिटेंशन के मुताबिक़ नारायण को केकेआर ने दूसरे खिलाड़ी के तौर पर इस बार रिटेन किया है। इसका मतलब है कि इस बार नारायण को सिर्फ़ छह करोड़ रूपये मिलेंगे , जो कि 2018 की उनकी क़ीमत से 29 प्रतिशत कम है।
मैगा ऑक्शन से पहले पहली बार रिटेन हुए ग्लेन मैक्सवेल
जहां तक आईपीएल नीलामियों की बात है तो ग्लेन मैक्सवेल सबके चहेते रहे हैं। उन्हें पहले बड़ी क़ीमत में ख़रीदा गया, लेकिन किसी ने भी ग्लेन मैक्सवेल को अपनी टीम में रिटेन नहीं किया। पहली बार रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने उन्हें 12 करोड़ रूपये की क़ीमत में रिटेन किया है। यह पहली बार है जब मैक्सवेल को किसी टीम ने रिटेन किया है। अब तक उन्होंने चार फ़्रेंचाइज़ी के लिए कुल नौ सीज़न में खेला है, जिसमें दिल्ली डेयरडेविल्स, मुंबई इंडियंस, किंग्स 11 पंजाब और रॉयल चैलेंजर्स।
आठ में से चार फ़्रेंचाइज़ी चेन्नई सुपर किंग्स, दिल्ली कैपिटल्स, केकेआर और मुंबई इंडियंस ने चार खिलाड़ियों को रिटेन किया है। मुंबई और चेन्नई ने इन चार खिलाड़ियों के लिए 42 करोड़ रूपये खर्च किए हैं, जबकि दिल्ली ने इन चार खिलाड़ियों पर 50 लाख अधिक कुल 42.50 करोड़ रूपये खर्च किए। वहीं कोलकाता ने चार खिलाड़ियों को रिटेन करने के लिए सिर्फ़ 34 करोड़ रूपये खर्च किए हैं, इसका मतलब है कि उन्होंने आठ करोड़ रूपये बचाए हैं।