Sydney Test : मेरे करियर की ‘सबसे बड़ी जीत’: विराट

Webdunia
सोमवार, 7 जनवरी 2019 (14:32 IST)
सिडनी। भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली ने सोमवार को ऑस्ट्रेलिया में ऐतिहासिक टेस्ट सीरीज जीत को अपने करियर की भी सबसे बड़ी और सबसे यादगार उपलब्धि बताया है।


भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चौथा और अंतिम टेस्ट सिडनी में सोमवार को ड्रॉ समाप्त हुआ जिसके साथ मेहमान टीम ने 2-1 के अंतर से सीरीज अपने नाम कर ली। वर्ष 1947-48 के बाद से 70 वर्षों में यह पहला मौका है जब भारत को ऑस्ट्रेलिया की जमीन पर टेस्ट सीरीज में जीत मिली है। विराट ने मैच के बाद खुशी जताते हुए कहा, मुझे अपनी टीम का हिस्सा होने पर इससे अधिक कभी गर्व नहीं हुआ जितना आज हो रहा है। 
 
दुनिया के नंबर एक टेस्ट बल्लेबाज पहले एशियाई कप्तान भी बन गए हैं जिन्होंने अपनी टीम को ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज जीत दिलाई है। उन्होंने कहा, पिछले 12 महीनों में हमने टीम में जो संस्कृति बनाई है यह उसका नतीजा है। मेरा बदलाव यहीं से शुरू हुआ जब मैं पहली बार कप्तान बना। चार वर्ष पूर्व हम नहीं सोच सकते थे कि हम इस जगह कभी खड़े होंगे, पहली बार देश के लिए यहां टेस्ट सीरीज जीतना सबसे बड़ा पल है। 
 
विराट ने कहा, मैं सबसे पहले तो इस तरह के खिलाड़ियों वाली टीम का नेतृत्व करके गौरवान्वित हूं। मेरे लिए यह सम्मान की बात है और इन खिलाड़ियों की वजह से मैं अच्छा कप्तान बन सका हूं। हम इस पल का मजा लेने के हकदार हैं। 
 
भावुक दिखाई दे रहे विराट ने पिछले कुछ वर्षों में लगातार रिकॉर्ड कायम किए हैं लेकिन उन्होंने कहा कि यह बार्डर-गावस्कर ट्रॉफी उनकी अब तक की उपलब्धियों में सबसे ऊपर है। उन्होंने कहा, यह जीत मेरी अब तक की सबसे बड़ी उपलब्धि है। मैं इतना भावुक उस समय भी महसूस नहीं कर रहा था जब आईसीसी विश्वकप 2011 की विजेता टीम का हिस्सा था। 
 
विराट ने कहा, जब हमने 2011 में विश्वकप जीता था, तब मैं टीम का सबसे युवा सदस्य था। मैंने देखा सभी लोग बहुत भावुक थे, लेकिन उस समय मैं उतना भावुक नहीं था जितना आज हूं। मैं तीन बार आस्ट्रेलिया में आया हूं लेकिन हमने आज वो किया जो हम पहले नहीं कर सके। मुझे इस उपलब्धि पर बहुत गर्व है। 
 
भारतीय कप्तान ने कहा कि इस जीत के बाद टीम इंडिया को भी आगे बढ़ने का मौका मिलेगा और उसकी नई पहचान बनेगी। उन्होंने कहा, यदि आप देखें तो मौजूदा टीम में सभी युवा खिलाड़ी हैं। लेकिन पिछले 12 महीनों में हमने खुद पर भरोसा रखकर खेलना सीखा है। हमें यकीन था कि दक्षिण अफ्रीका में हम सही दिशा में थे, हमें ऐसा ही इंग्लैंड में लगा लेकिन इस बार हमें परिणाम भी मिला। (वार्ता)

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