सीरीज कब्जाने उतरेगा भारत

Webdunia
शनिवार, 26 अगस्त 2017 (14:09 IST)
पल्लेकेल। श्रीलंका के खिलाफ पहले 2 वनडे मैचों में मिली जीत से उत्साहित भारतीय टीम यहां रविवार को खेले जाने वाले सीरीज के तीसरे एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच में भी जीत के इरादे और सीरीज कब्जाने के लक्ष्य के साथ उतरेगी।
 
विराट कोहली की कप्तानी में भारतीय टीम ने दांबुला में खेले गए पहले वनडे में लगभग एकतरफा अंदाज में श्रीलंकाई टीम को 9 विकेट से पराजित किया था लेकिन इसके बाद पल्लेकेल में ही खेले गए दूसरे वनडे में उसने डगमगाने के बाद 3 विकेट की रोमांचक जीत दर्ज की थी। 
 
इस जीत के बाद 5 मैचों की सीरीज में मेहमान टीम ने भले ही 2-0 की बढ़त बना ली थी लेकिन दूसरे मैच में मध्यक्रम के बल्लेबाजों की लचर फॉर्म ने उसे जरूर सोचने पर मजबूर कर दिया होगा और उसे तीसरे वनडे में आत्ममुग्धता से बचते हुए पूरी तरह से सतर्क रहना होगा। 
 
भारतीय टीम शानदार लय में है और मेजबान टीम के खिलाफ टेस्ट सीरीज में 3-0 से जीत के बाद उसने वनडे में भी धमाकेदार शुरुआत करते हुए पहला वनडे 9 विकेट से जीता था लेकिन दूसरे वनडे में वह थोड़ा लड़खड़ा गई और उसे आसान जीत के लिए भी संघर्ष करना पड़ा था। 
 
फिलहाल भारतीय टीम की मौजूदा फॉर्म को देखते हुए यही उम्मीद की जा रही है कि वह यहां तीसरे वनडे में पुरानी लय में वापसी करेगी और धमाकेदार जीत के साथ सीरीज में 3-0 की अपराजेय बढ़त हासिल कर लेगी। 
 
टेस्ट सीरीज के बाद विराट एंड कंपनी ने वनडे के अनुसार भी खुद को बड़ी आसानी से ढाल लिया है। टीम में युवा और अनुभवी खिलाड़ियों का शानदार संयोजन है और सभी खिलाड़ियों ने अब तक अपनी भूमिका सही तरीके से निभाई भी है।
 
खासकर गेंदबाजी में अनुभवी खिलाड़ियों रवीन्द्र जडेजा, रविचन्द्रन अश्विन, मोहम्मद शमी की अनुपस्थिति में टीम में शामिल किए गए मध्यम तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह, युजवेंद्र चहल, स्पिनर केदार जाधव और युवा अक्षर पटेल ने कमाल की गेंदबाजी की है और मेजबान टीम को दोनों ही मैचों में बैकफुट पर रखा है।
 
भारत को दूसरे वनडे में भले ही संघर्ष करना पड़ा था लेकिन उसके लिए कुछ सकारात्मक बातें भी सामने आईं। पूर्व कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी का पुराने अंदाज में बल्लेबाजी करना, रोहित शर्मा का फॉर्म में वापस होना और पुछल्ले बल्लेबाज भुवनेश्वर कुमार का अच्छी बल्लेबाजी करना। कुल मिलाकर टीम इंडिया ने दूसरे वनडे में जिस प्रकार खराब स्थिति से वापसी की थी उससे श्रीलंकाई खिलाड़ियों का मनोबल जरूर कमजोर हुआ होगा।
 
भारतीय गेंदबाजों ने दोनों ही मैचों में संतोषजनक प्रदर्शन किया लेकिन बल्लेबाजों को अपनी भूमिका को लेकर और गंभीर रहना होगा। टीम इंडिया का बल्लेबाजी क्रम मेजबान टीम के बल्लेबाजी क्रम से ज्यादा मजबूत है और उसे इस बात के बखूबी भुनाना होगा।
 
दूसरी तरफ श्रीलंका के लिए मुश्किलें बढ़ ही रही हैं लेकिन उसके लिए मनोबल बढ़ाने वाला प्रदर्शन उसके युवा स्पिनर अकीला धनंजय का रहा था जिन्होंने अपने करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 54 रनों पर 6 विकेट निकाले थे और एक समय जीत को अपनी टीम की तरफ मोड़ दिया था। (वार्ता)
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