कप्तान विराट ने एक टीवी चैनल से बातचीत में कहा कि मैच फिक्सिंग के लिए चाहे जितनी योजनाएं और प्रयास किए जाएं, इसे रोकना इतना आसान नहीं है। इसे तब तक पूरी तरह से नियंत्रित नहीं किया जा सकता, जब तक कि व्यक्तिगत रूप से खिलाड़ी इसे रोकने के प्रति प्रतिबद्ध नहीं हो जाते।
उन्होंने कहा कि खेलों से इस तरह की दूषित गतिविधियों को रोकने के लिए अधिकारी तमाम कोशिशें करते हैं, लेकिन इसे रोकने के लिए खिलाड़ियों को खुद आगे आना होगा। उन्हें खेलहित को सर्वोपरि रखते हुए इसे रोकने के लिए प्रयास करना होगा। उन्हें अपनी भूमिका को समझते हुए खुद को इस प्रकार की गतिविधियों से दूर रखना होगा। कोई भी अधिकारी किसी खिलाड़ी को मैच फिक्सिंग में शामिल न होने के बारे में स्पष्ट रूप से नहीं बता सकता। यह खिलाड़ियों के विवेक पर निर्भर करता है कि वे इसे रोकने के लिए क्या कदम उठाते हैं।
क्रिकेट में अपने योगदान के बारे में पूछे जाने पर विराट ने कहा कि मैं खेल का पूरा लुत्फ उठाता हूं और यदि मैं खेल के प्रति लोगों को व युवा खिलाड़ियों को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित कर सका तो सही मायनों में यह मेरे लिए उपलब्धि होगी। मैं खेल के प्रति पूरी तरह से प्रतिबद्ध हूं और यही मेरी असली ताकत और प्रेरणा है।