बेंगलुरु। यो-यो टेस्ट में विफल रहने के बाद इंग्लैंड दौरे के सीमित ओवरों के चरण से होने से अंबाती रायुडु निश्चित तौर पर निराश होंगे लेकिन मध्यक्रम के इस बल्लेबाज के मन में भारतीय टीम प्रबंधन द्वारा स्थापित इस कड़े फिटनेस मानक के खिलाफ कुछ नहीं है।
रायुडु ने यहां मैच के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि मैं स्वयं से निराश था कि मैं टेस्ट में सफल नहीं हो पाया। इस परीक्षण के खिलाफ मेरे मन में कुछ नहीं है, क्योंकि भारत की ओर से खेलने के लिए प्रत्येक को फिटनेस का निश्चित स्तर हासिल करना होता है। ईमानदारी से कहूं तो मुझे इस पर यकीन है।
रायुडु ने कहा कि मैं स्वयं से निराश था कि आखिर क्यों मैं टेस्ट में सफल नहीं हो पाया इसलिए मैंने इस दिशा में काम किया और इसे पास किया। रायुडु की नाबाद 62 रनों की पारी की बदौलत भारत 'ए' ने गुरुवार को यहां चिन्नास्वामी स्टेडियम में चतुष्कोणीय एकदिवसीय श्रृंखला में ऑस्ट्रेलिया 'ए' को 5 विकेट से हराया।
यह पूछने पर कि 2 महीने पहले फिटनेस टेस्ट के दौरान क्या गलत रहा? तो रायुडु ने कहा कि ऐसा कुछ निश्चित नहीं था। मैंने कुछ दिन पहले इसे पास किया और मुझे टीम में जगह मिली और योजनाओं का हिस्सा बनकर मुझे खुशी है। हनुमा विहारी और पृथ्वी शॉ को टेस्ट टीम में जगह मिलने पर रायुडु ने खुशी जताई।
उन्होंने कहा कि ईमानदारी से कहूं तो मैंने हनुमा को काफी खेलते हुए नहीं देखा है। जब वह हैदराबाद की ओर से खेल रहा था तो मैं बड़ौदा का प्रतिनिधित्व कर रहा था। मुझे खुशी है कि युवाओं को टीम में जगह मिल रही है। (भाषा)