भ्रमणकारी पाकिस्तानी क्रिकेट टीम के कप्तान शोएब मलिक ने तूफानी गेंदबाज शोएब अख्तर को भारत के खिलाफ गुरुवार से शुरू हो रही टेस्ट सिरीज में अपना 'तुरूप का पत्ता' बताते हुए कहा कि तेज गेंदबाजी उनकी टीम की सबसे बड़ी ताकत होगी।
मलिक ने भारतीय कप्तान अनिल कुंबले के साथ यहां टेस्ट सिरीज की इंडियन आइल कप ट्रॉफी का अनावरण करने के बाद कहा कि अख्तर पूरी तरह लय में गेंदबाजी कर रहे हैं और तीन मैचों की इस श्रृंखला में वह बड़ा फर्क पैदा कर सकते हैं। कुंबले दोपहर में ही मीडिया से बात कर चुके थे, इसलिए उन्होंने मलिक के साथ मीडिया को संबोधित नहीं किया।
मलिक ने अख्तर के पूरी तरह फिट न होने की बात को नकारते हुए कहा कि अख्तर 150 किलोमीटर प्रति घंटा की गति से गेंदबाजी कर रहे हैं और गत सप्ताह समाप्त वनडे सिरीज में भी उन्होंने बढिया गेंदबाजी की थी। वह इस सिरीज में भी हमारे 'तुरूप के पत्ते' साबित होंगे।
यह पूछे जाने पर कि वनडे सिरीज में शोएब के छोटे रनअप से गेंदबाजी करने का क्या कारण था? मलिक ने कहा कि समय बचाने के लिए ऐसा करने को मैंने ही उन्हें बोला था। इसके पीछे फिटनेस की कोई वजह नहीं है। वह पूरी तरह फिट हैं और टेस्ट सिरीज में पूरी रफ्तार से गेंदबाजी करेंगे।
पाक कप्तान ने भारत के बल्लेबाजी क्रम को मजबूत बताने के बावजूद कहा कि पाकिस्तान की ताकत तेज गेंदबाजी है और इसके बूते उनकी टीम तीन मैचों की इस श्रृंखला में जोरदार मुकाबला करेगी।
मलिक ने कहा कि भारत के पास कुंबले. हरभजन सिंह और मुरली कार्तिक के रूप में बढिया स्पिन गेंदबाज हैं लेकिन इसका जवाब देने के लिए पाकिस्तान के पास दानिश कनेरिया जैसा लेग स्पिनर मौजूद है जो सिरीज में अहम भूमिका निभाएगा। साथ ही उन्होंने कहा आजकल स्पिनिंग विकेट पर भी तेज गेंदबाजों को मदद मिलती है, इसलिए इस बारे में अधिक परेशान होने की जरूरत नहीं है।
भारतीय टीम में रूद्रप्रताप सिंह और शांतकुमारन श्रीसंथ की गैरमौजूदगी के बारे में पूछे जाने पर मलिक ने कहा कि इससे भारत की तैयारियों पर थोड़ा असर जरूर पड़ेगा लेकिन जहीर खान और मुनाफ पटेल के रूप में अब भी दो बढि़या तेज गेंदबाज भारत के पास हैं।
उन्होंने पहली बार कप्तानी कर रहे कुंबले से अपनी तुलना किए जाने के बारे में कहा कि क्रिकेट में उम्र कोई मायने नहीं रखती है। उन्होंने कहा कि अगर आप अच्छा खेल रहे हैं तो उम्र कोई वजह नहीं बनती है। जहाँ तक मेरी बात है तो मैंने रोजाना कुछ न कुछ नया सीखने की कोशिश की है।
मलिक ने कहा कि जयपुर में खेले गए अंतिम वनडे मैच को जीतने से उनकी टीम का मनोबल बढ़ा है। पाकिस्तान पाँच वनडे मैचों की सिरीज 2-3 से हार गया था।