पूर्व भारतीय कप्तान अजित वाडेकर ने ट्वेंटी-20 विश्व कप में मिली शिकस्त का जिम्मेदार कई कारणों को करार करते हुए कहा कि इस असफलता को ज्यादा तवज्जो नहीं देनी चाहिए क्योंकि खेल के इस प्रारूप में भविष्यवाणी नहीं की जा सकती।
वाडेकर ने कहा कि हार के कई कारण है जिनमें थकान एक है। उन्होंने कहा कि इस विश्व कप का प्रदर्शन करारा झटका है। हमें इस असफलता को ज्यादा तवज्जो नहीं देनी चाहिए। आप इसके आधार पर भारतीय टीम के प्रदर्शन का आकलन नहीं कर सकते।
वाडेकर ने यहाँ एक कार्यक्रम के दौरान पत्रकारों से कहा कि एक गलती और आप टूर्नामेंट से बाहर। यह बिलकुल अनिश्चित खेल है। हमें आलोचनाओं की अति नहीं करनी चाहिए। उन्होंने हर किसी को याद दिलाते हुए कहा कि भारतीय टीम ने हाल में बेहतरीन प्रदर्शन किया है।
वाडेकर ने कहा कि हमने हाल में ऑस्ट्रेलिया और अन्य देशों के खिलाफ शानदार प्रदर्शन किया है। कप्तान एम.एस. धोनी को अभी तक एक चतुर और शांत कप्तान समझा जाता है। वह युवाओं को आक्रामक ईकाई में बदल सकता है।
वाडेकर ने कहा कि खिलाड़ी थोड़े थके दिख रहे थे लेकिन टीम को अपने कुछ अनुभवी सदस्य जैसे वीरेंद्र सहवाग की कमी खेली।
उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि हम काफी क्रिकेट खेल रहे हैं और हमारे कुछ खिलाड़ी थके लग रहे हैं। अनुभवी खिलाड़ी जैसे सहवाग और राहुल द्रविड़ की टी-20 विश्व कप में बहुत कमी खली।
इससे पहले चयनकर्ताओं के अध्यक्ष के श्रीकांत ने ट्वेंटी-20 को अजीब खेल करार किया था और कहा कि दो ओवरों में ही कुछ भी हो सकता है।
उन्होंने बीती रात लघु फिल्म 'हम सब एक हैं: एन इंडियन अफेयर' की स्क्रीनिंग के दौरान कहा कि एक दिवसीय और टेस्ट क्रिकेट काफी अलग हैं।