कसी हुई गेंदबाजी और चोटी के बल्लेबाजों के उम्दा प्रदर्शन से इंग्लैंड ने श्रीलंका को खेल के हर विभाग में मात देकर सात विकेट की शाही जीत के साथ आईसीसी ट्वेंटी-20 विश्व कप के फाइनल में जगह बनाई।
इस टूर्नामेंट में शुरू से ही बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले इंग्लैंड ने अपना विजय क्रम जारी रखा और पहली बार ट्वेंटी-20 विश्व कप के फाइनल में प्रवेश किया, जहाँ उसका मुकाबला 16 मई को ऑस्ट्रेलिया और पाकिस्तान के बीच कल होने वाले दूसरे सेमीफाइनल के विजेता से होगा।
श्रीलंका जब टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी के लिये उतरा तो उसका शीर्ष क्रम लड़खड़ा गया लेकिन एंजेलो मैथ्यूज ने 45 गेंद पर 58 रन की पारी खेलकर टीम को छह विकेट पर 128 रन के स्कोर तक पहुँचाया। इंग्लैंड के लिए स्टुअर्ट ब्रॉड 21 रन के एवज में दो विकेट लेकर सबसे सफल गेंदबाज रहे। उन्हें 'मैन ऑफ द मैच' के पुरस्कार से नवाजा गया।
क्रेग कीसवेटर (29 गेंद पर 39 रन) और माइकल लंब (26 गेंद पर 33 रन) ने पहले विकेट के लिए आठ ओवर में 68 रन जोड़कर इंग्लैंड को अच्छी शुरुआत दिलाई। इसके बाद केविन पीटरसन ने 26 गेंद पर नाबाद 42 रन बनाए जिससे इंग्लैंड ने केवल 16 ओवर में तीन विकेट पर 132 रन बनाकर आसान जीत दर्ज करके श्रीलंका का लगातार दूसरी बार फाइनल में पहुँचने का सपना पूरा नहीं होने दिया।
पिच से स्पिनरों को मिल रही मदद को देखते हुए कुमार संगकारा ने स्पिन आक्रमण से ही गेंदबाजी की शुरुआत की लेकिन पहले दो ओवर संभलकर खेलने के बाद इंग्लैंड के बल्लेबाज विशेषकर कीसवेटर हावी हो गए और श्रीलंका का कोई भी गेंदबाज उन पर अंकुश नहीं लगा पाया।
इससे पूर्व इंग्लैंड की शानदार गेंदबाजी के सामने श्रीलंका की शुरुआत बेहद खराब रही और 5 ओवर के भीतर ही वह तीन विकेट गँवाकर रनों के लिए संघर्ष कर रहा था लेकिन बाद में वह एंजेलो मैथ्यूज की पारी की वजह से थोड़ा संभल गया।
श्रीलंका के कप्तान कुमार संगकारा ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया लेकिन उसकी सलामी जोड़ी कप्तान की कसौटी पर खरी नहीं उतरी।
मैच के दूसरे ओवर की पहली ही गेंद पर रेयान साइडबॉटम ने सनथ जयसूर्या (1) को कॉलिंगवुड के हाथों कैच करवा दिया। तब स्कोर केवल 7 रन था।
तीसरे ओवर में तिलकरत्ने दिलशान (9) टिम ब्रेसनन की गेंद पर ल्यूक राइट को कैच थमा बैठे। श्रीलंका का तीसरा विकेट माहेला जयवर्धने (10) के रूप में पैवेलियन लौटा, जिन्हें क्रिस ब्रॉड अपना शिकार बनाया।
श्रीलंका ने चौथा विकेट कप्तान कुमार संगकारा (16) का गँवाया, जिन्हें स्वान की गेंद पर केविन पीटरसन ने लपका। चमारा केपुगेदरा 16 रन बनाकर क्रिस ब्रॉड की गेंद पर आउट हुए, जबकि अंतिम ओवर में एंजेलो मैथ्यूज 58 रन के निजी स्कोर पर दुर्भाग्यपूर्ण ढंग से रन आउट हो गए।
मैथ्यूज ने अपनी पारी में 3 चौकों के अलावा एक छक्का भी उड़ाया। इंग्लैंड की अनुशासित गेंदबाजी का ही परिणाम था कि लंकाई चीते खुलकर बल्लेबाजी नहीं कर सके। (भाषा/वेबदुनिया)