वेस्टइंडीज के कोच डेविड मूर ने हेडिंग्ले में सोमवार को इंग्लैंड के हाथों दूसरे क्रिकेट टेस्ट में अपनी टीम की रिकॉर्ड पराजय के लिए खिलाड़ियों के शर्मनाक समर्पण को जिम्मेदार ठहराया।
मूर किसी टेस्ट देश के कोच के रुप में अपना पहला कार्यभार संभालने के बाद अपनी टीम के एक पारी और 283 रन के रिकॉर्ड अंतर से हारने से काफी निराश नजर आए।
उन्होंने कहा कि यह देखना वाकई शर्मनाक है कि खिलाड़ी बिना कोई संघर्ष किए समर्पण कर गए। उन्होंने यह महसूस ही नहीं किया कि टेस्ट मैच में पाँच दिन खेलने की जरुरत होती है।
वेस्टइंडीज की यह अब तक की सबसे बड़ी पराजय है। वेस्टइंडीज की टीम इंग्लैंड के सात विकेट पर 570 रन पारी घोषित के जवाब में दोनों पारियों में 146 और 141 रन पर सिमट गई।
मूर ने कहा उन्हें उसी तरह टिक कर बल्लेबाजी करने की जरुरत थी जिस तरह इंग्लैंड के बल्लेबाजों ने की थी। कोच अपनी टीम के प्रदर्शन में निरन्तरता के अभाव में भी निराश नजर आए1 उन्होंने कहा कि टीम ने लॉर्ड्स में पहले टेस्ट में संघर्ष दिखाते हुये ड्रॉ हासिल किया था लेकिन वे ऐसा संघर्ष दूसरे टेस्ट में नहीं दिखा पाए।
उन्होंने कहा इस परिणाम से पता चलता है कि हमारी टीम के प्रदर्शन में निरन्तरता नहीं है। हमें इस बात पर ध्यान देना था कि हम पहले टेस्ट में कैसे टिके रहे थे, लेकिन दुर्भाग्य है कि हम ऐसा करने के बजाय दोनों पारियों में लुढक गए। हम एक टेस्ट में इतना अच्छा खेल सकते हैं तो दूसरे टेस्ट में इतना खराब क्यों?
मूर ने अपनी टीम की शर्मनाक हार के बावजूद कहा कि उन्हें टीम के 15 खिलाड़ियों पर अब भी पूरा भरोसा है और वे चार मैचों की श्रृंखला में 0-1 से पिछड़ने के बावजूद वापसी कर सकते हैं।