ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाज स्टुअर्ट क्लार्क ने कहा है कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के छींटाकशी पर प्रतिबंध को लागू करना अंपायरों के लिए बहुत मुश्किल कार्य होगा और इससे क्रिकेट का खेल बहुत उबाऊ हो जाएगा।
उल्लेखनीय है कि आईसीसी ने छींटाकशी पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा करने के साथ ही इस फैसले के प्रति समर्थन जुटाने के लिए अंतरराष्ट्रीय मैच अधिकारियों, कप्तानों और मुख्य कार्यकारी अधिकारियों को पत्र लिखा है।
क्लार्क ने ऑस्ट्रेलिया के टू के वाई रेडियो को दिए एक साक्षात्कार में कहा कि इस फैसले को लागू कराना पुलिस के लिए भी मुश्किल कार्य होगा क्योंकि कई बार लोग बातें करेंगे और ऐसा भी हो सकता है कि उनकी बातों को गलत समझा जाए।
उन्होंने कहा कि छींटाकशी लंबे समय से क्रिकेट का एक आवश्यक तत्व रहा है। हम ऐसी चीज को अलग नहीं कर सकते हैं जो इतने लंबे समय से इस खेल से जुड़ा हुआ है। यदि खेल के दौरान लगातार छह घंटे तक किसी से बात नहीं करें और ऐसा कोई कार्य नहीं करें तो यह कितना उबाऊ होगा।
इसके साथ ही कौन-सी टिप्पणी छींटाकशी है और कौन-सी नहीं यह तय करना बहुत मुश्किल है। 32 वर्षीय तेज गेंदबाज ने कहा कि हाल के समय में क्रिकेट पर लगाए गए प्रतिबंधों के कारण यह खेल थोड़ा उबाऊ बन जाएगा। इसके साथ ही खिलाड़ी नए नियमों का दुरुपयोग कर सकते हैं। हालाँकि यह कदम खेल से नस्लभेदी टिप्पणियों को पूरी तरह से समाप्त करने में सहायक होगा।