देश की प्रतिष्ठा से खिलवाड़-आजाद

पूर्व अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर एवं भारतीय टीम के पूर्व चयनकर्ता कीर्ति आजाद ने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) को देश से बाहर कराये जाने के भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के निर्णय को दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए आज कहा कि इससे देश की प्रतिष्ठा को आघात पहुँचा है।

आजाद ने कहा कि लोकसभा चुनाव के मद्देनजर पर्याप्त सुरक्षा नहीं मिलने पर आईपीएल प्रतियोगिता को स्थगित किया जाना चाहिए था। उन्होंने कहा कि प्रतियोगिता के मैचों को भारत के बाहर कराया जाना देश की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुँचाना होगा।

उन्होंने आईपीएल को महज मनोरंजन करार दिया और कहा कि यह 'टू मिनट नूडल्स' जैसा है लेकिन इसके बावजूद भी बिना पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था के इसे आयोजित नहीं किया जाना चाहिए।

पूर्व क्रिकेटर ने कहा कि पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था के कारण यदि खिलाड़ियों के साथ कोई अप्रिय घटना होती है तो इससे भारत की प्रतिष्ठा को आघात पहुँचेगा और इसका असर पर वर्ष 2010 में दिल्ली में आयोजित होने वाले राष्ट्रमंडल खेलों पर भी पड़ेगा क्योंकि इन खेलों में 150 से अधिक देशों के प्रतिभागी हिस्सा लेंगे।

आजाद ने आईपीएल प्रतियोगिता को अन्य देश में आयोजित कराये जाने का पुरजोर विरोध करते हुए कहा कि प्रतियोगिता में खेलने वाली प्रतिभागी सभी टीमों का ऑनरशिप देश के विभिन्न क्षेत्रों की प्रतिष्ठा से जुड़ा है। ऐसे में देश से बाहर आयोजन होने से आईपीएल अपने मूल उद्देश्यों से भटक जाएगा।

पूर्व टेस्ट क्रिकेटर ने कहा कि विभिन्न खेलों में खेलने वाले खिलाड़ी पेशेवर होते है और वे मैच किसी भी देश में खेले खेलने से उन्हें उनके हिस्से की फीस मिलेगी लेकिन सभी खिलाड़ियों को देश की प्रतिष्ठा सबसे पहले देखनी चाहिए।

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