धोनी को चैंपियन्स ट्रॉफी में जीत की आस

भारत भले ही बांग्लादेश में त्रिकोणीय श्रृंखला के फाइनल में हार गया लेकिन कप्तान महेंद्रसिंह धोनी को आशा है कि टीम की गलतियों में लगातार सुधार करने की आदत के कारण वह चैंपियन्स ट्रॉफी जीतने में सफल रहेगी।

धोनी कहा कि टीम ने सत्र के अधिकतर समय में अपने प्रदर्शन में निरंतरता बनाए रखी है और यदि वह इसी तरह से खेलती है तो फिर हर दो साल में होने वाले इस टूर्नामेंट में जीत दर्ज कर सकती है। भारतीय कप्तान ने कहा कि भारतीय टीम ने 2007-08 में सीमित ओवरों के क्रिकेट में बहुत अच्छा प्रदर्शन किया है।

ऑस्ट्रेलिया में त्रिकोणीय श्रृंखला जीतना बहुत बड़ी उपलब्धि थी। हमने न सिर्फ विश्व चैंपियन को हराया बल्कि श्रीलंका को भी मात दी जो वेस्टइंडीज में खेले गए विश्व कप में उप विजेता था। धोनी ने कहा कि हम इसी जज्बे के साथ आईसीसी चैंपियन्स ट्रॉफी भारत लाना चाहेंगे।

धोनी बांग्लादेश में की गई गलतियों में सुधार करने को बेताब हैं जहाँ टीम ने लीग चरण में अपना दबदबा बनाए रखा लेकिन फाइनल में वह चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान से हार गया।

इस बीच पाकिस्तान में सुरक्षा कारणों से ऑस्ट्रेलिया के प्रमुख क्रिकेटरों के चैंपियन्स ट्रॉफी से हटने की अफवाहों के बीच सभी प्रमुख टीमों के कप्तानों ने बयान जारी करके इस टूर्नामेंट के प्रति समर्थन जताया।

ऑस्ट्रेलियाई कप्तान रिकी पोंटिंग ने कहा कि उनकी टीम ने चैंपियन्स ट्रॉफी पर कब्जा बनाए रखने के लिए तैयारियाँ शुरू कर दी हैं। उन्होंने कहा कि चैंपियन्स ट्रॉफी आईसीसी विश्व कप के बाद दूसरा प्रतिष्ठित एकदिवसीय टूर्नामेंट है और यही कारण है कि हमारे खिलाड़ी इस टूर्नामेंट में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करके लिए अपनी शानदार फॉर्म में रहना चाहेंगे।

पोंटिंग ने कहा कि हम विशेष रूप से इस साल पाकिस्तान में होने वाली चैंपियन्स ट्रॉफी में अच्छा प्रदर्शन करने पर ध्यान दे रहे हैं और मैं इस संभावना को लेकर उत्साहित हूँ कि ऑस्ट्रेलिया के कुछ नए खिलाड़ियों को एकदिवसीय क्रिकेट में दुनिया में सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों के खिलाफ खुद को परखने का मौका मिलेगा।

पाकिस्तान के कप्तान शोएब मलिक ने कहा कि वह और उनकी टीम अपने दर्शकों के सामने खिताब जीतने के लिए हर संभव प्रयास करेगी। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में एक दशक से भी अधिक समय बाद यह बड़ा क्रिकेट टूर्नामेंट आयोजित किया जा रहा है। मुझे पूरा विश्वास है कि सभी मैचों के लिए माहौल शानदार रहेगा तथा पाकिस्तान के लोग इसे यादगार टूर्नामेंट बनाएँगे।

मलिक ने कहा कि हमने इस सप्ताह के शुरू में भारत को हराया जिसने इस साल के शुरू में ऑस्ट्रेलिया को पराजित किया था। इसका मतलब है कि मैचों के परिणाम की भविष्यवाणी करना बहुत मुश्किल होगा।

मुझे लगता है कि लंबे समय बाद यह कड़ी प्रतिस्पर्धा वाला टूर्नामेंट हो सकता है। दक्षिण अफ्रीका के कप्तान ग्रीम स्मिथ ने कहा जिस तरह का प्रारूप है उसमें उनकी टीम को अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा।

उन्होंने कहा कि हम पहले (1998) भी इसे जीत चुके हैं और निश्चित तौर पर हम फिर से इसे दोहराना चाहते हैं लेकिन इसके लिएअतिरिक्त प्रयास करने होंगे क्योंकि हम सेमीफाइनल तक तो पहुँच जाते हैं लेकिन फाइनल में नहीं पहुँच पाते हैं।

वेस्टइंडीज के कप्तान क्रिस गेल ने कहा कि उनकी टीम ने पिछले दो टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन किया और वह इसे जारी रखना चाहेंगे। उन्होंने कहा कि मुझे खुशी है कि मैं 2004 में उस टीम का हिस्सा था जिसने ओवल में फाइनल में इंग्लैंड को हराकर यह ट्रॉफी जीती थी।

मैं ताउम्र उस दिन को नहीं भूलूँगा और उन यादों को संजोकर रखूँगा। दो साल बाद हम फिर से जीत के करीब थे लेकिन भारत में खेले गए टूर्नामेंट के फाइनल में ऑस्ट्रेलिया से हार गए।

गेल ने कहा कि मेरा मानना है कि हमारा संयोजन बहुत अच्छा है और सभी खिलाड़ी अपनी भूमिका और जिम्मेदारियाँ समझते हैं।
आप आईसीसी चैंपियन्स ट्रॉफी 2008 में दमखम वाली वेस्टइंडीज टीम की अपेक्षा कर सकते हैं।

इंग्लैंड के कप्तान पाल कोलिंगवुड ने कहा कि उनकी टीम उप महाद्वीप की परिस्थितियों से अच्छी तरह वाकिफ है और इसलिए उनकी जीत के अच्छे अवसर हैं। उन्होंने कहा कि हम पहले भी चैंपियन्स ट्रॉफी जीतने के करीब पहुँच गए थे और इस बार उससे बेहतर प्रदर्शन करना चाहेंगे। इंग्लैंड में 2004 में हमने अच्छी क्रिकेट खेली थी और सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया को हराया था।

फाइनल में वेस्टइंडीज से हारने पर हम बहुत निराश थे, क्योंकि तब हम एक समय अच्छी स्थिति में थे। कोलिंगवुड ने कहा कि हमारी टीम के अधिकतर खिलाड़ियों को पाकिस्तान में खेलने का अनुभव है। हाल के वर्षों में हमने उपमहाद्वीप में काफी क्रिकेट खेली है, इसलिए मुझे विश्वास है कि हम जल्द ही परिस्थितियों से सामंजस्य बिठाकर टूर्नामेंट में अच्छा प्रभाव छोड़ेंगे।

न्यूजीलैंड के कप्तान डेनियल विटोरी ने कहा कि उनकी टीम 2000 की अपनी जीत दोहराने के लिए तैयार है। हमारी एकदिवसीय टीम बहुत अच्छी है और अपनी विश्व रैंकिंग को सही साबित करने के लिए हमें बड़ा टूर्नामेंट जीतने की जरूरत है। आईसीसी टूर्नामेंट में हाल में हम कई बार शीर्ष चार तक पहुँचे लेकिन आगे नहीं बढ़ पाए।

यह हमारे लिए इस रिकॉर्ड को सुधारने का यह बेहतर मौका है। श्रीलंका के कप्तान महेला जयवर्धने ने कहा कि चैंपियन्स ट्रॉफी से उन्हें और उनकी टीम को दुनिया की सर्वश्रेष्ठ टीमों के खिलाफ अपना कौशल दिखाने का मौका मिलेगा तथा उनकी टीम खिताब जीतने के लिएअपनी तरफ से कोई कसर नहीं छोड़ेगी। (भाषा)

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