पूर्व क्रिकेटरों ने कर्स्टन को कोसा

मंगलवार, 16 जून 2009 (16:18 IST)
पूर्व क्रिकेटर संदीप पाटिल, चंदू बोर्डे और लालचंद राजपूत ने ट्वेंटी-20 विश्व कप से भारत के जल्दी बाहर होने का ठीकरा इंडियन प्रीमियर लीग पर फोड़ने के लिए कोच गैरी कर्स्टन की आलोचना की है।

पाटिल ने कहा मैं हैरान हूँ कि उन्होंने ऐसा क्यों कहा। यदि आईपीएल ही कसूरवार है तो इंग्लैंड, दक्षिण अफ्रीका और वेस्टइंडीज के खिलाड़ी कैसे टी-20 विश्व कप की तैयारी के लिए उसकी तारीफ कर रहे है।

भारत के पूर्व कोच ने कहा कि आईपीएल को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद ने अनुमति दी है और सारे बोर्ड ने इसका समर्थन किया है। मध्यक्रम के पूर्व बल्लेबाज ने इंग्लैंड के खिलाफ रविवार को अहम मैच में बल्लेबाजी क्रम में बदलाव के लिए दक्षिण अफ्रीका के इस पूर्व सलामी बल्लेबाज को ही दोषी ठहराया।

पाटिल ने कहा कि उन्होंने युवराजसिंह, महेंद्रसिंह धोनी और यूसुफ पठान जैसे 'मैच विनर' को बिठाकर किसी और रविंदर जडेजा को बल्लेबाजी क्रम में ऊपर भेजने की अनुमति कैसे दे दी। इतने अहम मैच में वह प्रयोग कैसे कर सकते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि कप्तान के तौर पर धोनी का प्रदर्शन शानदार रहा है और एक नाकामी के लिए उन्हें दोषी नहीं ठहराया जाना चाहिए।

उन्होंने कहा पिछले दो साल में उन्होंने बहुत अच्छा प्रदर्शन किया है। हम विश्व कप 2007 से भी जल्दी बाहर हो गए थे, जब राहुल द्रविड़ कप्तान और ग्रेग चैपल कोच थे। यह सिर्फ एक नाकामी है, जिसे उसने स्वीकार किया है। अब आगे बढना चाहिए।

टी-20 विश्वकप 2007 में भारत के कोच रहे पूर्व बल्लेबाज लालचंद राजपूत ने कहा 2007 में हमें विश्व कप की तैयारी के लिए सिर्फ तीन दिन मिले थे। हम दो जत्थों में दक्षिण अफ्रीका पहुँचे थे। कुछ खिलाड़ी इंग्लैंड से और कुछ भारत से।

उन्होंने कहा कि दक्षिण अफ्रीका के हर्शल गिब्स, वेस्टइंडीज के ड्वेन ब्रावो और दक्षिण अफ्रीका के रोल्फ वान डेर मर्वे ने आईपीएल का अपना फार्म विश्व कप में बरकरार रखा।

राजपूत ने कहा गिब्स ब्रावो वान डेर मर्वे सभी विश्व कप में अच्छा खेल रहे हैं। हमें स्वीकार करना होगा कि एक टीम के रूप में हम अच्छा नहीं खेलने। दूसरी टीमों को बेहतर रणनीति बनाने का श्रेय देना होगा। मेरा हालांकि अभी भी मानना है कि हमारी टीम बेहतरीन है।

पूर्व कप्तान और पूर्व कोच चंदू बोर्डे ने आईपीएल को कसूरवार ठहराने के कर्स्टन के बयान से असहमति जताई। उन्होंने कहा हमारे खिलाड़ियों को ट्वेंटी20 क्रिकेट खेलने की आदत आईपीएल ने ही डाली। मुझे आईपीएल और टी20 विश्व कप में फर्क नहीं दिखता। आईपीएल तैयारी का बेहतरीन मंच था।

उन्होंने बल्लेबाजी क्रम में बदलाव को गलत बताते हुए कहा रविंदर जडेजा को उुपर भेजने की बजाय धोनी को खुद उतरना चाहिये था। इसके साथ ही आखिर में इशांत शर्मा की जगह आरपी सिंह से गेंदबाजी करानी चाहिए थी।

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