स्टीव वॉ के सामाजिक कार्यों का दायरा भले ही दुनिया भर में फैला हो लेकिन इसकी जड़ों को भारत में तलाशने वाले ऑस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेट कप्तान स्टीव वॉ का कहना है कि इस देश ने जिंदगी के प्रति उनका नजरिया बदल दिया।
वॉ ने कहा भारत में 1986 में पहला मैच खेलने के बाद से ही मेरी जिंदगी में बदलाव आने लगे।
उन्होंने कहा कि मुझे भारत में कुछ यादगार मैच खेलने का अनुभव है। इसके साथ ही मदर टेरेसा से उस मुलाकात को मैं कभी नहीं भूल सकता, जिसने कई चीजों के प्रति मेरी सोच बदल दी।
हाल ही में दिल्ली में 'स्टीव वॉ फाउंडेशन ग्लोबल' के लांच के मौके पर आये इस क्रिकेटर ने कहा कि कोलकाता मेरे लिए खास है। वहाँ मुझे कुष्ठरोगियों की मदद का मौका मिला।
कोलकाता में 'स्टीव दा' के नाम से मशहूर वॉ पिछले 11 साल से वहाँ 'उदयन' चैरिटी संस्थान चला रहे हैं जो कुष्ठरोगियों के बच्चों की मदद की दिशा में कार्यरत है।