श्रीलंका के पूर्व कप्तान महेला जयवर्द्धने ने कहा है कि महानतम ऑफ स्पिनर मुथैया मुरलीधरन के संन्यास से टीम में खाली हुई जगह को भर पाना बेहद कठिन है।
महेला का कहना है कि मुरली के संन्यास से श्रीलंकाई गेंदबाजी में बहुत बडी जगह खाली हो नई है1 उल्लेखनीय है कि टेस्ट क्रिकेट में सर्वाधिक विकेट लेने वाले इस गेंदबाज के संन्यास के बाद से श्रीलंकाई टीम कोई भी टेस्ट नहीं जीत सकी है।
पूर्व कप्तान ने कहा मुरलीधरन जब भी खेलने के लिए उतरते थे, टीम को कुछ न कुछ नया दे जाते थे। उन्होंने 800 विकेट लिए हैं, जो किसी भी गेंदबाज के लिए सबसे बड़ा आंकड़ा है।
उन्होंने कहा विषम परिस्थितियों में भी मुरलीधरन ऐसा जादू कर जाते थे कि पूरे मैच का रुख ही बदल जाता था। वह सचमुच जादूगर थे। उनके संन्यास के बाद टीम में बहुत बड़ी जगह खाली हो नई जिसे अब भरना होगा।
महेला ने साथ ही कहा हमारे पास रंगना हेरात और सूरज रणदीव के रूप में दो युवा स्पिनर हैं। इन्हें अब स्पिन आक्रमण में मुरलीधरन का काम आगे बढ़ाना है और उनके ताज की शान बढ़ानी है। (वार्ता)