ब्रेट ली ने कहा कि वे कभी भी महान तेज गेंदबाज ग्लेन मैग्राथ की जगह नहीं ले सकते लेकिन श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला की जीत में उनके प्रदर्शन से वह ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट की उम्मीदों पर खरे उतरे हैं।
मैग्राथ ने महान लेग स्पिनर शेन वार्न के साथ पिछले साल जनवरी में इंग्लैंड के खिलाफ सिडनी में पाँचवें और अंतिम एशेज मैच में 563 विकेट हासिल कर संन्यास ले लिया था। वे टेस्ट मैचों में विश्व में सर्वाधिक विकेट हासिल करने वाले तेज गेंदबाज हैं।
मैग्राथ के संन्यास लेने के बाद यह ऑस्ट्रेलिया की पहली टेस्ट श्रृंखला है। 31 वर्षीय ली ने इस श्रृंखला में शानदार प्रदर्शन किया, जिससे उन्हें 'मैन ऑफ द सिरीज' चुना गया। ली ने दो टेस्ट मैचों की इस श्रृंखला में 16 विकेट झटके।
ली ने श्रीलंका के खिलाफ दूसरे और अंतिम टेस्ट में महत्वपूर्ण विकेट हासिल कर ऑस्ट्रेलिया को 96 रन से जीत दर्ज करने में अहम भूमिका निभाई।
उन्होंने दूसरी पारी में मर्वन अट्टापटु (80), माहेला जयवर्धने (00) और सनथ जयसूर्या (45) को पैवेलियन की राह दिखाई। ली ने इस श्रृंखला में ऑस्ट्रेलिया के मुख्य तेज गेंदबाज की भूमिका निभाई, लेकिन उन्होंने मैग्राथ से किसी भी तरह की तुलना से इनकार कर दिया।
उन्होंने दूसरी पारी में 87 रन देकर चार विकेट चटकाए। आज समाप्त हुई पारी के बाद इस तेज गेंदबाज ने कहा उनकी जगह लेना बहुत मुश्किल है और मैं कभी भी ग्लेन की जगह लेने की कोशिश नहीं करूँगा। हम अलग अलग तरह के तेज गेंदबाज हैं।
ली ने कहा मैं सिर्फ इतना ही कर सकता हूँ कि अपनी क्षमता अनुसार ऑस्ट्रेलियाई आक्रमण का नेतृत्व करने पर अपना ध्यान केंद्रित करने की कोशिश करूँ। इसके अलावा अन्य गेंदबाजों के साथ बढ़िया साझेदारी कर सकूँ। मैं अपने व्यक्तिगत प्रदर्शन से खुश हूँ, लेकिन यह शानदार टीम प्रयास था।