सचिन का चहेता है विकलांग धर्मवीर

बुधवार, 21 नवंबर 2007 (17:58 IST)
मुरैना जिले के एक विकलांग क्रिकेटर धर्मवीर पाल पर यह कहावत सही उतरती है कि अगर कुछ करने का जज्बा हो तो कोई बाधा रुकावट नहीं बनती है। भारत के महान बल्लेबाज तेंडुलकर खुद उन्हें अपने साथ वेस्टइंडीज ले गए थे।

धर्मवीर अपनी प्रतिभा के दम पर न केवल भारतीय विकलांग क्रिकेट टीम में प्रतिनिधित्व कर चुके हैं, बल्कि वह मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंडुलकर के चहेते भी हैं। पिछली विश्व कप प्रतियोगिता में सचिन उसे अपने खर्चे पर वेस्टइंडीज ले गए थे।

मुरैना जिले के पिपरसेवा गाँव के 17 वर्षीय विकलांग धर्मवीर ने यह कभी सोचा भी नहीं था कि वह क्रिकेट खिलाड़ियों के इतने नजदीक पहुँच जाएँगे।

धर्मवीर को क्रिकेट का बेहद शौक है। तीन साल पहले मुरैना के स्टेडियम में क्रिकेट का एक मैच चल रहा था, तब बतौर दर्शक उसके जज्बे को देखकर वहाँ मौजूद तत्कालीन कलेक्टर मनोहर अगनानी ने उसे मैच के समापन के बाद मुख्य अतिथि घोषित कर दिया और उसके हाथों से ही खिलाड़ियों को पुरस्कार बँटवाए।

धर्मवीर को बाद में भारतीय विकलांग क्रिकेट टीम में भी जगह मिली और उसे पाकिस्तान में क्रिकेट खेलने को मौका मिला। आज धर्मवीर मध्यप्रदेश की विकलांग क्रिकेट टीम के कप्तान हैं और म.प्र क्रिकेट एसोसिएशन भारतीय टीम का मैच देखने के लिए उनका खर्चा भी उठाती है।

धर्मवीर के अनुसार मैंने भारतीय टीम का पहला मैच मोहाली चंडीगढ़ में देखा था। वहाँ मेरी मुलाकात पिच क्यूरेटर दलजीतसिंह से हुई और उन्होंने ही भारतीय टीम के खिलाड़ियों से मुलाकात कराई। इसके बाद शुरू हो गया खिलाड़ियों से मेल-मुलाकात का सिलसिला।

धर्मवीर के मुताबिक उसके पसंदीदा खिलाड़ियों में सचिन तेंडुलकर, युवराजसिंह, श्रीसंथ आदि का नाम सबसे पहले आता है। धर्मवीर के क्रिकेट की प्रति जुनून से भारतीय खिलाड़ी तो मुरीद हैं ही बल्कि ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी भी उससे काफी प्रभावित हैं।

हाल ही में भारत दौरे के समय ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों ने उन्हे मैडल भी दिए, जिन्हें उन्होंने सहेजकर रखा है। वह अभी वर्ष 2009 में होने वाले विकलांग विश्व कप टूर्नामेंट की तैयारियों में जुटा है।

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