स्पॉट फिक्सिंग प्रकरण के केन्द्र में आए सटोरिए मजहर माजिद ने स्टिंग ऑपरेशन करने वाले पत्रकार को सब्जबाग दिखाया था कि वह हॉलीवुड अभिनेता ब्रेड पिट से लेकर पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर इमरान खान तक को अच्छी तरह जानता है।
गत वर्ष पाकिस्तानी टीम के इंग्लैंड दौरे के वक्त स्टिंग ऑपरेशन के जरिए प्रकाश में आए इस स्पॉट फिक्सिंग मामले की सुनवाई के दौरान यहां की एक अदालत में सुनाई नई माजिद और अंडरकवर पत्रकार की बातचीत में उपरोक्त खुलासा हुआ है।
दोनों की रिकॉर्डेड बातचीत सुनाए जाने के साथ ही इसकी ट्रांस्क्रिप्ट प्रति भी अदालत पेश में की नई जिसके अनुसार माजिद ने न सिर्फ इन दो चर्चित हस्तियों बल्कि पूर्व पाकिस्तानी राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ और इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के पूर्व आयुक्त ललित मोदी के साथ ही भारत, पाकिस्तान तथा इंग्लैंड के नामचीन क्रिकेटरों से अपने ताल्लुकात होने का दावा किया था।
इस रिकॉर्डिंग में माजिद ने भारतीय क्रिकेटरों ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह, ऑलराउंडर युवराज सिंह, इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटरों माइक गैटिंग, फिल टफनेल, ज्योफ बायकाट, कै रेबियाई बल्लेबाज क्रिस गेल तथा ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों ब्रेट ली और रिकी पोंटिंग से अपने संबंधों का दावा किया था।
माजिद ने साथ ही दावा किया कि ऑस्कर अवॉर्डी फिल्म स्लमडाग मिलिनेयर में उसे किरदार मिलते मिलते रह गया था। जब उससे पूछा गया कि वह पूर्व पाकिस्तानी कप्तान शाहिद अफरीदी को क्यों नहीं मैनेज कर सका तो उसका जवाब था कि अफरीदी हर किसी के साथ गुलामों से भी बदतर सुलूक करना चाहते हैं।
उसने पत्रकार से यह भी कहा कि वह पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के अध्यक्ष एजाज बट्ट और जनरल मुशर्रफ से उनकी मुलाकात करवा सकता है। उसने साथ ही दावा किया था कि वह जल्द ही संयुक्त अरब अमीरात तथा पाकिस्तान में अपनी घरेलू ट्वेंटी-20 लीग शुरु करने वाला है जिसे एक एयरलाइंस स्पांसर करेगी।
खुद को एक भारतीय व्यवसायी बताकर माजिद ने बातचीत में कहा कि उसके सात आईसक्रीम पार्लर हैं, जहां पाकिस्तानी खिलाड़ियों को मुफ्त प्रवेश मिलता है और वह सलमान बट्ट, उमर अकमल तथा शोएब मलिक को बहुत आसानी से 'मैनेज' कर सकता है।
उसने दावा किया कि सरे की सबसे बड़ी प्रापर्टी कम्पनी उसी की है और वह क्रायोडोन नाम से फुटबॉल क्लब भी चलाता है तथा अध्ययन और व्याख्यानों के सिलसिले में सीरिया, लेबनान, जार्डन, मलेशिया और तुर्की जैसों देशों की कई यात्राएं कर चुका है।
स्टिंग करने वाले खोजी पत्रकार मजहर महमूद पूरी सुनवाई के दौरान अदालत में मौजूद थे लेकिन अपनी सुरक्षा की दृष्टि से पहचान छिपाने के लिए वह एक स्क्रीन के पीछे रहे। (वार्ता)