भारत को विश्वकप में 28 वर्ष बाद मिली खिताबी जीत में अहम भूमिका निभाने वाले आफ स्पिनर हरभजन सिंह को इस वर्ष के 'वर्ल्ड सिख अवॉर्ड' से सम्मानित किया गया है।
चैंपियंस लीग ट्वेंटी-20 टूर्नामेंट में मुंबई इंडियंस की कप्तानी कर रहे हरभजन चेन्नई में टूर्नामेंट के फाइनल में खेलने के कारण रविवार को यहां इस पुरस्कार को लेने नहीं आ सके। उनकी कप्तानी में मुंबई ने रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु को 31 रन से हराकर खिताब पर कब्जा किया।
हरभजन को मिले प्रशस्ति पत्र में लिखा गया है - 'तीन जून 1980 को जन्मे हरभजन सिंह प्लाहा भारतीय क्रिकेटर हैं1 वह टेस्ट क्रिकेट में सर्वाधिक विकेट लेने वाले दूसरे ऑफ स्पिनर हैं। वह टेस्ट क्रिकेट में 400 विकेट लेने की उपलब्धि हासिल करने वाले दुनिया के 11वें गेंदबाज हैं।'
हरभजन ने विश्वकप में भारतीय टीम की जीत में अहम भूमिका निभाई थी। विडंबना है कि हरभजन को यह अवार्ड ऐसे वक्त मिला है जब उन्हें इंग्लैंड के खिलाफ 14 अक्टूबर से शुरू हो रही पांच मैचों की वनडे सिरीज के पहले दो मैचों के लिए घोषित टीम में जगह नहीं दी गई है। (वार्ता)