क्या गर्भनिरोधक गोली से होता है बच्चे में दोष...

यह एक आम सवाल है कि क्या गर्भावस्था में या गर्भधारण के आसपास गर्भनिरोधक गोलियों के इस्तेमाल से बच्चे में किसी तरह के दोष पैदा हो सकते हैं? डेनमार्क में की गई एक रिसर्च ने इसका जवाब दिया है। रिसर्चरों ने डेनमार्क में नौ लाख बच्चों के जन्म के रिकॉर्ड के अध्ययन के आधार पर कहा है कि वे महिलाएं जो गर्भावस्था के दौरान भी गर्भनिरोधक गोलियां ले लेती हैं उनके बच्चों को गोली के कारण किसी गंभीर समस्या के होने का खतरा उन महिलाओं के मुकाबले ज्यादा नहीं है, जिन्होंने ऐसा नहीं किया। 
हॉर्वर्ड के चैन स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ में वैज्ञानिक और इस रिपोर्ट की प्रमुख लेखक ब्रिटनी चार्लटन ने कहा, "हमने पुष्टि की है कि गर्भनिरोधक गोलियों और गंभीर जन्मजात बीमारियों के बीच कोई संबंध नहीं है।" उन्होंने कहा कि उनकी रिसर्च इसलिए और भी विश्वसनीय है क्योंकि इसे अंजाम देने में अलग तरीके को इस्तेमाल किया जा सका है।  
 
उन्होंने कहा कि सबसे अहम रिसर्च "केस कंट्रोल्ड" स्टडी पर आधारित है, "इस रिसर्च का हमने उल्टी दिशा में भी अध्ययन किया। पहले बच्चे में पैदायशी दोष देखा और फिर पीछे की तरफ उसके संभावित कारणों की जांच की। "चार्लटन ने बताया कि जांच के दौरान उन्होंने डॉक्टरी नुस्खे को भी महत्व दिया कि दवा कब से कब तक के लिए लिखी गई है, ताकि दवा लिए जाने की सही तारीख पता चल सके, "कई महिलाएं अनुमान लगाकर बताती हैं कि उन्होंने कब दवाई ली होगी।" उन्होंने बताया कि उनकी टीम ने 1997 से 2011 तक के डैनिश नेशनल हेल्थ रिकॉर्ड के आधार पर डेनमार्क की महिलाओं को चार श्रेणियों में बांटा। 
 
176,000 महिलाएं ऐसी थीं जिन्होंने कभी गर्भनिरोधक गोलियों का इस्तेमाल नहीं किया, जबकि दो तिहाई से ज्यादा ऐसी थीं जिन्होंने गर्भधारण के तीन महीने पहले ही गोली का सेवन छोड़ दिया। आठ फीसदी ने गर्भधारण के तीन महीने के अंदर गोली लेना छोड़ा जबकि 10,000 से ज्यादा महिलाएं गर्भवती होने के बाद भी गर्भनिरोधक लेती रहीं। सभी श्रेणियों में सामान्य जन्म और किसी दोष के साथ पैदा होने वाले बच्चों के बीच अनुपात समान था, प्रति 1000 जन्म पर 25. यानि सभी परिस्थितियों में जन्मजात दोष का खतरा समान था। यह रिसर्च साइंस की बीएमजे पत्रिका में प्रकाशित हुई। 

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