क्यों ना जान बचाने वाला खाना सस्ता हो

बुधवार, 16 मार्च 2016 (12:40 IST)
अमेरिका में फास्ट फूड का चलन और इससे बढ़ रही मोटापे की समस्या से निपटने के लिए हारवर्ड और टुफ्ट्स यूनिवर्सिटी के रिसर्चरों ने खास सुझाव पेश किया है।
दशकों से वैज्ञानिक लोगों को स्वस्थ भोजन के फायदे और फास्ट फूड के नुकसान समझाने की कोशिश में लगे हैं। लेकिन फिर भी इस समय अमेरिका में पहले किसी भी समय से ज्यादा लोग मोटापे के शिकार हैं। देश की एक तिहाई से ज्यादा आबादी मोटापे की चपेट में है। रिसर्चरों ने अधिकारियों को सलाह दी है कि वे स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद खाने के दाम घटा दें ताकि ज्यादा लोगों को दिल की बीमारियों और मोटापे से जुड़ी अन्य समस्याओं के कारण होने वाली मौत के खतरे से दूर रखा जा सके।
 
उनके मुताबिक सब्जियों और फल इत्यादि के दाम घटाकर, सोडा और अन्य शुगर ड्रिंक्स के दाम बढ़ा देने चाहिए। इससे लाखों लोगों को स्वास्थ्य संबंधी फायदा होगा। रिपोर्ट को तैयार करने वाले हारवर्ड के प्रोफेसर थॉमस गैजियानो के मुताबिक, 'डायट में परिवर्तन करना मुश्किल हो सकता है, लेकिन अगर अपने चुनाव से इसे हासिल किया जाए या फिर बाजार में परिवर्तन से हासिल किया जाए, तो इसका आपके दिल और स्वास्थ्य पर गहरा असर होगा।'
 
रिसर्चरों ने एक ऐसा कंप्यूटर मॉडल तैयार किया जिसके मुताबिक सब्जियों और फलों के दामों में 10 फीसदी कमी करके, पांच साल में, हृदय संबंधी बीमारियों के कारण होने वाली मौचों में 1.2 फीसदी की कमी लाई जा सकती है। इन तरीकों को अपनाकर 20 साल में दिल के दौरे में 2.6 फीसदी और पक्षाघात के मामलों में 4 फीसदी कमी हो सकती है।
 
इसके साथ ही अगर सोडा और चीनी युक्त ड्रिंक्स की कीमत 10 फीसदी बढ़ा दी जाए तो अगले 20 साल में हृदय रोगों से मरने वालों की संख्या 0.1 फीसदी घट सकती है। कंप्यूटर मॉडल के मुताबिक दोनों तरीके अपनाकर अगले 20 साल में इन बीमारियों से मरने वालों की संख्या 515,000 तक घटाई जा सकती है और दिल के दौरे के 675,000 मामलों को टाला जा सकता है। लोगों को ज्यादा से ज्यादा फलों और सब्जियों के इस्तेमाल के लिए प्रोत्साहित करना होगा।
 
एसएफ/आरपी (एएफपी)
 

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