एशियाई देशों से आईएस में जाते जिहादी

बुधवार, 11 मार्च 2015 (11:19 IST)
ताजा अनुमानों के अनुसार तथाकथित इस्लामिक स्टेट की ओर से लड़ने वाले उग्रवादियों में से 1,000 के करीब एशियाई मूल के लड़ाके हैं। देखें किन एशियाई देशों से जा रहे हैं सबसे ज्यादा लड़ाके।
चीन : चीन में सार्वजनिक व्यवस्था के लिए जिम्मेदार मंत्री मेंग होंग्वाई ने बताया है कि कोई 300 के लगभग चीनी लोग आईएस के लिए लड़ने पहुंचे हैं। मुसलमानों, उइघूर समेत कई अल्पसंख्यक समुदायों के लोग मलेशिया के रास्ते सीरिया गए हैं। मेंग ने कहा, 'वे मलेशिया को टर्मिनल की तरह इस्तेमाल करते हैं।'
 
इंडोनेशिया : इंडोनेशिया के सरकारी आंकड़ों के मुताबिक 2014 के अंत तक 60 इंडोनेशियाई नागरिक कथित रूप से आईएस में शामिल होने के लिए सीरिया चले गए थे। हाल ही में तुर्की में एक टुअर के दौरान 16 इंडोनेशियाई लोग गायब हो गए। माना जा रहा है कि वे तुर्की के रास्ते सीरिया जाने के लिए खुद ही टुअर समूह से अलग हो गए।
 
पाकिस्तान : एशियाई देशों में से आईएस में शामिल होने वाले सबसे ज्यादा लोग पाकिस्तान से हैं। आईएस इन्हें पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बॉर्डर के पास के पिछड़े इलाकों से लाता है। इनमें वे प्रशिक्षित लोग भी शामिल हैं जो पहले तालिबान से जुड़े थे।
 
अफगानिस्तान : अमेरिकी सैन्य रिपोर्ट के मुताबिक अबूबकर अल बगदादी के नेतृत्व में आईएस समूह अफगानिस्तान से लड़ाकों को अपने साथ शामिल कर रहा है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक 2014 के अंत तक अफगानिस्तान से 23 लोग आईएस में शामिल होने के लिए सीरिया गए।

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