एक मिनट में सीखिए ये 6 तरकीबें

शुक्रवार, 23 अक्टूबर 2015 (11:32 IST)
जिंदगी की रोजमर्रा की हलचल अक्सर हमें इतना थका देती है कि कुछ नया सीखने की ऊर्जा ही नहीं बचती। लेकिन कुछ ऐसी तरकीबें हैं जो आप चाहें तो केवल एक मिनट में सीख सकते हैं। देखिए ऐसी ही छह चीजें।
फोन की बैटरी बचाएं : आप जहां भी जाएं आपके स्मार्टफोन या टैबलेट कंप्यूटर में वाईफाई को खोजने वाला एक फंक्शन होता है। यह काम की चीज तो है लेकिन इससे आपके फोन की बैटरी बहुत खर्च होती है। अगर आपको लगता है कि किसी जगह वाईफाई पाए जाने की संभावना नहीं है या आपको उसकी जरूरत नहीं है, तो वाईफाई फंक्शन को बंद कर दें और अपनी बैटरी बचाएं।
 
प्रिंटर की स्याही बचाएं : पेपर के प्रिंट निकालने के लिए प्रिंटर का इस्तेमाल अब लगभग हर जगह होता है। भारी इस्तेमाल होने पर प्रिंटर की स्याही बहुत जल्दी जल्दी खर्च होती है। स्याही के खर्च को कम करने के लिए आप काले के बजाए हल्के रंगों जैसे भूरे का चयन कर सकते हैं। इसके अलावा अगर सेटिंग में नॉर्मल के बजाए ड्राफ्ट कॉपी को प्रिंट करें तो भी काफी स्याही बचेगी। साथ ही सेंचुरी गोथिक जैसे किफायती फॉन्ट का चुनाव भी कर सकते हैं।
 
छींक रोकने का उपाय : किसी ऐसे मौके या माहौल में हों जहां आपको छींक आ रही हो और आप उसे रोकना चाहते हैं, तो आजमाइए यह तरीका। नाक की नोक के ठीक पीछे अपनी दोनों उंगलियों से दबाएं। कोशिश कीजिए कि कार्टिलेज पकड़ में आए और फिर उसे चेहरे से उल्टी दिशा में ऐसे खींचिए जैसे आप उसे चेहरे से उखाड़ना चाहते हों। जाहिर है नाक को उखाड़ना नहीं है मकसद केवल नाक की कार्टिलेज को खींचना है और छींक अपने आप रुक जाएगी।
 
अधूरा ईमेल नहीं : क्या आपने कभी कोई गलत ईमेल भेजी है? गलतियां तो हो सकती हैं लेकिन गलत व्यक्ति को ईमेल भेजने से बचने के लिए सबसे पहले ईमेल की पूरी सामग्री को लिखें और सबसे अंत में उस व्यक्ति का ईमेल पता डालें। इस आदत से किसी गलत पते पर ईमेल भेजने की संभावना को
 
ऑफिस में मांसपेशियां : अपने सीने पर दोनों हाथ रखें और फिर जितनी जोर से हो सके दबाएं। इस सरल से तरीके से छाती, कंधे और बाहों की मांसपेशियों में काफी दबाव महसूस होगा। इन्हें आइसोमिट्रिक अभ्यास कहा जाता है जिसमें कम से कम हरकत होती है लेकिन मांसपेशियां मजबूत बनती हैं।
 
खुद से पूछिए, "क्यों?" : आपके रोजमर्रा के कामों और चुनावों का असर आपके स्वास्थ्य, खुशियों और पूरे जीवन पर पड़ता है। उदाहरण के लिए: खानपान का चुनाव, उन चीजों को क्यों खाना जो शरीर के लिए स्वस्थ नहीं हैं? क्यों किसी काम को वैसे ही किए जाएं जैसे कि हम करते आए हैं? शायद वह आसान तरीके हों लेकिन सबसे अच्छे नहीं। और कुछ चीजों को ना किया जाना ही कई बार सबसे सही हो सकता है। बस एक मिनट रूकिए और पूछिए "क्यों?"

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