फ्रांस में पेंशन योजना के खिलाफ प्रदर्शन का असर क्रिसमस पर

रविवार, 22 दिसंबर 2019 (18:40 IST)
फ्रांस में पेंशन में कटौती के खिलाफ ट्रेड यूनियनों की हड़ताल तीसरे हफ्ते भी जारी रहेगी। सरकार से बातचीत विफल रहने के बाद मजदूर संगठनों ने 9 जनवरी को बड़े आंदोलन की घोषणा की है। सरकार और ट्रेड यूनियनों के बीच पेंशन योजना में सुधार पर बात नहीं बनने के बाद हजारों यात्रियों की क्रिसमस की छुट्टियों पर पानी फिर सकता है।

हालांकि प्रधानमंत्री एडवर्ड फिलिप ने कहा है कि यूनियन के साथ बातचीत में प्रगति हुई है, लेकिन रेल कर्मचारी यूनियन के महासचिव लॉरां ब्रून ने कहा, हड़ताल जारी रहेगी। फ्रांस के प्रधानमंत्री ने एक और ट्रेड यूनियन संगठन सीएफडीटी के प्रमुख लॉरां बर्गर से भी हड़ताल को खत्म करने के उद्देश्य से बात की। इस मुलाकात के बाद बर्गर ने कहा, हम किसी भी समझौते पर पहुंचने से बहुत दूर हैं।

जहां ट्रेड यूनियम महासंघ सीजीटी और उसकी रेल यूनियन हड़ताल को जारी रखने की बात कह रहे हैं तो वहीं छोटे मजदूर संगठनों ने स्कूल की छुट्टियों तक हड़ताल को रोकने की बात कही है। बुधवार को कई दौर की चली बैठकों के बाद भी सरकार और यूनियन किसी अंतिम फैसले पर पहुंचने में विफल रहे। इससे पहले फ्रांस के राष्ट्रपति इमानुएल माक्रों ने इस बात के संकेत दिए कि वे यूनिवर्सल प्वाइंट बेस्ड पेंशन प्रणाली के प्रस्ताव में कुछ सुधार करने के लिए तैयार हैं। इसके बावजूद फ्रांस में परिवहन हड़ताल फिर भी जारी है।

क्या है यूनिवर्सल प्वाइंट बेस्ड पेंशन प्रणाली और इसके विरोध का कारण
यूरोपीय देशों में हर कहीं परंपरागत पेंशन सिस्टम दबाव में है। आबादी घट रही है, पेंशन कोषों में योगदान देने वाले लोग कम हो रहे हैं, लेकिन बढ़ती औसत उम्र के कारण पेंशन के भुगतान की अवधि बढ़ रही है। मौजूदा पेंशन प्रणाली की वजह से 2025 तक सरकार को 13 खरब रुपए का घाटा हो सकता है। फ्रांस के राष्ट्रपति इमानुएल माक्रों फ्रांस में एक यूनिवर्सल प्वाइंट बेस्ड पेंशन प्रणाली लागू कर स्थिति में बेहतरी लाना चाहते हैं। उनका इरादा इसे फ्रांस की मौजूदा पेंशन स्कीम को बदलने का है।

फिलहाल फ्रांस में निजी और सार्वजनिक क्षेत्र के कर्मचारियों के लिए 42 अलग-अलग पेंशन स्कीमें चल रही हैं। इनमें रिटायमेंट की उम्र और लाभ अलग-अलग हैं। सरकार नई पेंशन योजना में विशेष रूप से रिटायरमेंट की उम्र 64 वर्ष किए जाने के प्रस्ताव की वजह से आलोचना सह रही हैं। इस योजना के आलोचकों का कहना है कि भविष्य में लोगों को 62 वर्ष की जगह पेंशन पाने के लिए 64 साल तक काम करना पड़ सकता है।

कौन-कौन है हड़ताल में शामिल
फ्रांस में कामकाजी वर्ग पेंशन योजना में प्रस्तावित सुधारों से नाराज है। नए प्रस्तावों के लागू होने के बाद तय समय से पहले रिटायर होने वालों को कम पेंशन मिलेगी। पेंशन सुधारों के खिलाफ हड़ताल में शिक्षकों और परिवहन कर्मचारियों के साथ पुलिस, वकील, अस्पतालों के कर्मचारी, हवाई अड्डे के कर्मचारी और अन्य कामकाजी लोग भी शामिल हो गए हैं। 5 दिसंबर से शुरू हुए इस आंदोलन में मंगलवार को 6 लाख से ज्यादा लोग फ्रांस की सड़कों पर आंदोलन करने के लिए उतरे।

इससे पहले भी हुआ है फ्रांस में आंदोलन
फ्रांस के ट्रेड यूनियन 1995 के इतिहास को दोहराने की उम्मीद में है जब पेंशन सुधारों के विरोध में क्रिसमस से ठीक पहले 3 हफ्ते मेट्रो और रेल परिवहन को रोक दिया था। सरकार को मजबूरन पेंशन संबंधी फैसले को वापस लेना पड़ा था। इस बार सरकार का ध्यान खींचने के लिए हड़ताली श्रमिकों ने दक्षिणी फ्रांस के 18000 घरों में बिजली की आपूर्ति में भी बाधा डाली है। प्रदर्शनकारियों ने गुरुवार को फ्रांस भर में रैलियां कीं। देशभर में हुई इन रैलियों में हजारों लोग शामिल हुए।

हड़ताल की वजह से फ्रांस के कई विश्वविद्यालयों ने परीक्षाएं रद्द कर दीं या आगे बढ़ा दी हैं। यूनियन का विरोध प्रदर्शन त्योहारी सीजन में कारोबारियों पर भारी पड़ रहा है। साल के सबसे व्यस्त समय में, कारोबार में पिछले साल के मुकाबले में 30 से 60 प्रतिशत तक का नुकसान दर्ज किया गया है। नियोक्ता संघ के प्रमुख जियोफ्रॉ रू ने बुधवार को सीजीटी यूनियन के प्रमुख फिलिप के साथ मुलाकात के बाद बताया कि उन्होंने प्रदर्शन से प्रभावित कारोबारियों के लिए वित्तीय राहत की मांग की है तो वहीं वाणिज्य राज्यमंत्री एग्नेस पेनियर ने शुक्रवार को हड़तालियों को कारोबारी सीजन के दौरान स्थानीय व्यापारियों को संरक्षण देने का आग्रह करते हुए कहा, यह उन्हें मदद देने का समय है।

छुट्टियों में फ्रांस घूमने वालों को निराशा
यूनियनों ने शर्तों के पूरा न होने पर चेतावनी दी है कि यदि मांगें नहीं मानी गईं तो क्रिसमस में भी अपनी हड़ताल जारी रखेंगे। सरकार त्योहारों के आने से पहले हड़ताल खत्म करना चाहती है। सरकार की ओर से प्रवक्ता सिबेथ कहती हैं, जाहिर है हम समझौते के लिए तैयार हैं। हड़ताल के जारी रहने के कारण ट्रेन रद्द होने से पेरिस और अन्य बड़े शहरों में यात्रियों के लिए परेशानी बढ़ सकती है।

यही वजह है कि लोग छुट्टियों के दौरान फ्रांस की यात्रा करने से बच रहे हैं। फ्रांस की राजधानी पेरिस में 16 में से केवल 8 मेट्रो पटरी पर दौड़ रही हैं तो वहीं 3 में से केवल एक टीजीवी ट्रेन यात्रियों के लिए उपलब्ध है। यात्रियों की सुविधा के लिए सरकार ने बस चालकों को क्रिसमस तक के लिए हर दिन 2 घंटे ज्यादा काम करने लिए कहा है। यूनियनों ने सरकार के इस फैसले को हड़ताल तोड़ने वाला बताया है।
- एसबी/एमजे/एपी

वेबदुनिया पर पढ़ें

सम्बंधित जानकारी