अमेरिकी अधिकारियों के अनुसार फोल्क्सवागेन ने स्वीकार किया है कि उसने 482,000 कारों में ऐसे सॉफ्टवेयर लगाए जो कार चलने के दौरान प्रदूषण कंट्रोल को ऑफ कर देता है और प्रदूषण टेस्ट के दौरान उसे ऑन कर देता है। तथाकथित डिफीट डिवाइस के ऑफ होने से कारों से मानकों की तुलना में 40 प्रतिशत अधिक जहरीली गैसों का उत्सर्जन होता है।