2. जिस स्त्री की आवाज दुंदुभी अथवा सारस के समान होती हो, वह संपत्तिवान होती है।
3. जिस स्त्री की आवाज हंस, कोयल, मोर, वीणा, बांसुरी जैसी होती है, वह उच्च पदाधिकारिणी होती है अथवा उच्च पदाधिकारी की पत्नी होती है।
4. सुखी तथा संपत्तिवान स्त्री की आवाज मधुर एवं मोहक होती है।
5. जिस स्त्री की आवाज कौए, गधे अथवा फटे बांस की तरह होती है, वह रोगी, दरिद्र एवं दुःखी होती है।
6. जिस स्त्री की वाणी में कठोरता एवं दीनता न हो, जो चुभने वाले शब्द न बोलती हो जिसकी वाणी मधुर हो जिसे सुनकर संतोष, सुख एवं सांत्वना प्राप्त हो, वह स्त्री शुभलक्षणयुक्त होती है।