1. जिस जातक के हाथ में चन्द्र उठा होकर मणिबंध रेखा को दबाए व मस्तक रेखा लंबी व टेढ़ी हो, अंगुलियां नुकीली व बिना गांठ की हों तथा सूर्यागुंली पुष्ट होकर प्रथम पर्व चौड़ा आगे का हिस्सा गोल एवं पतला हो, वह काल्पनिक चित्रकार होता है।
6. जिसके हाथ की अनामिका गोल, पतली, लंबी हो तथा सभी अंगुलियां अलग-अलग रहें एवं अंगूठा पीछे की ओर मुड़ा हो और चन्द्र, बुध उच्च हो वह नाट्य कला में सूत्रधार होता है।