विमोचन पश्चात साहित्य गोष्ठी में श्री निलोसे ने अपनी बुलन्द आवाज़ में अपनी कविताओं का पाठ तो किया ही, अपने जीवन के कुछ सुन्दर संस्मरण भी सुनाए, इसी क्रम में श्री एसएन पंचोली ने निलोसे जी की बाल्य-सखी श्रीमती त्रिवेणी पौराणिक (अग्निहोत्री) द्वारा प्रेषित निलोसे जी के स्कूल के दिनों के मनोरंजक संस्मरण सुनाए।
डॉ. सरोज कुमार व श्री प्रदीप मिश्र ने अपनी कविताओं का पाठ किया। कार्यक्रम में श्री मनीष मट्टा, श्री रजनी रमण शर्मा, श्री जवाहर चौधुरी, श्री नीरज पुरोहित, श्री विजय खंडेलवाल, श्री विजय दलाल, श्री अशोक दुबे, डॉ. प्रभाकर शर्मा, श्री सुदामा प्रसाद शर्मा, श्री राजेश निलोसे, श्री अनिल शर्मा, डॉ. भारती निलोसे गीते, श्रीमती प्रीति निलोसे, श्रीमती ममता निलोसे, डॉ. .शुभी व्यास, डॉ. .अनुराधा देशपांडे, श्री कैलाश चंद्र जोशी व श्री देवाशीष निलोसे भी उपस्थित थे।