नई दिल्ली। कांग्रेस ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को राष्ट्रभक्त बताने और इससे सहमति जताने वाले भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के बयानों को स्वतंत्रता सेनानियों और इतिहास पुरुषों के खिलाफ एक छद्मयुद्ध करार देते हुए कहा है कि इन नेताओं के विरुद्ध कार्रवाई नहीं करके प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने साबित कर दिया है कि वे प्रचार में गांधी और विचार में गोडसेवादी हैं।
कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख रणदीप सिंह सुरजेवाला ने शुक्रवार को यहां कहा कि ऐसा लगता है कि मोदी सरकार ने स्वतंत्रता सेनानियों और इतिहास पुरुषों के खिलाफ छद्मयुद्ध छेड़ा हुआ है। रोज नया मुखौटा लगाकर एक मोदी अनुयायी भारत की आत्मा 'महात्मा' को अपमानित करता है। यह भारत की अस्मिता के खिलाफ मोदी सरकार का गुरिल्ला युद्ध है।
सुरजेवाला ने भाजपा नेता साध्वी प्रज्ञा ठाकुर के गोडसे को 'राष्ट्रभक्त' कहने और फिर केंद्र सरकार के मंत्री अनंत कुमार हेगड़े द्वारा उनके विचारों का अनुमोदन करने, मध्यप्रदेश भाजपा के मीडिया प्रभारी अनिल सौमित्र के महात्मा गांधी को पाकिस्तान का राष्ट्रपिता बताने तथा भाजपा नेता नलीन कटील के गोडसे का गुणगान करने और इस सभी पर किसी तरह की कार्रवाई नहीं किए जाने से साबित हो गया है कि मोदी-शाह की जोड़ी प्रचार में गांधी और विचार में गोडसेवादी है।
उन्होंने कहा कि भाजपा हिंसा और हिंसक मनोवृत्ति का प्रतिनिधित्व करती है और यह दल अहिंसक भारत के मूल विचारों के खिलाफ बना राजनीतिक संगठन है। मोदी तथा शाह को बताना चाहिए कि क्या स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान भाजपा की असली जीवनशैली है? और क्या भाजपा नेतृत्व अपने इन नेताओं के विचारों से सहमत है?
सुरजेवाला ने कहा कि भाजपा यदि अपने इन नेताओं के बयानों से असहमत है तो मोदी तथा शाह को देश से माफी मांगनी चाहिए और हेगड़े को मंत्री पद से बर्खास्त कर प्रज्ञा ठाकुर की उम्मीदवारी वापस लेनी चाहिए। (वार्ता)