नेता प्रतिपक्ष ने अपने पत्र में सीएम के पत्र का जिक्र करते हुए लिखा कि जिन मुद्दों पर विधानसभा सत्र आहूत किए जाने की मांग उन्होंने की थी, उनके बारे में आपने सतही तरीके से जानकारी देकर विषयों की गंभीरता को कम करने का प्रयास किया है।
प्रदेश में समस्याएं इतनी विकराल हैं कि आप अपने दो पृष्ठों के पत्र के माध्यम से इनका उत्तर नहीं दे सकते हैं। इसलिए इन मुद्दों पर चर्चा व्यापक हो, प्रश्न-उत्तर हो, ध्यानाकर्षण हो, आवश्यक हो तो स्थगन सूचनाओं, नियम 139 अथवा आधे घंटे की चर्चा के द्वारा सभी पक्षों के विधायक चर्चा में भाग ले सकें। इसके लिए विधानसभा ही एकमात्र उचित और सक्षम माध्यम है।