लोकसभा चुनाव में EVM से खुलेगा 724 महिला प्रत्याशियों के चुनावी भाग्य का फैसला

बुधवार, 22 मई 2019 (21:35 IST)
नई दिल्ली। हाल ही में संपन्न लोकसभा चुनाव में 724 महिला उम्मीदवारों के चुनावी भाग्य का फैसला गुरुवार को मतगणना मे होगा। संसदीय चुनाव में कुल 7,928 उम्मीदवार मैदान में हैं। 
 
विपक्षी कांग्रेस ने अधिकतम 54 महिलाओं को जबकि सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 53 महिला उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है। इस बार 222 महिलाओं ने निर्दलीय चुनाव लड़ा।
 
अन्य राष्ट्रीय पार्टियों में, बहुजन समाज पार्टी ने 24 महिला उम्मीदवारों को, अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस ने 23, माकपा ने 10, भाकपा ने 4, जबकि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने एक महिला उम्मीदवार को मैदान में उतारा था। 
 
चार तृतीय लिंगी या ट्रांसजेंडर उम्मीदवारों ने भी निर्दलीय चुनाव लड़ा। आम आदमी पार्टी एकमात्र पार्टी थी, जिसने एक ऐसे उम्मीदवार को मैदान में उतारा। 
 
एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) और नेशनल इलेक्शन वॉच के विश्लेषण के अनुसार, 100 (15 फीसदी) महिलाओं ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले होने की घोषणा की जबकि 78 (11 फीसदी) ने अपने खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले होने की घोषणा की।
 
2 महिलाओं ने ऐसे आपराधिक मामलों की घोषणा की, जिनमें वे दोषी ठहराई जा चुकी हैं। 4 महिलाओं पर हत्या का मामला चल रहा है जबकि 16 महिलाओं के खिलाफ हत्या के प्रयास का मामला चल रहा है। कुल 14 महिलाओं पर ऐसे अपराध दर्ज हैं, जिनमें महिला की अनुमति के बगैर गर्भपात कराने की बात की गई है। 7 महिलाओं पर जातीय घृणा भरे भाषण देने का मामला चल रहा है। 
 
जिन 100 महिलाओं पर आपराधिक मामला दर्ज है, उनमें से 13 भाजपा की और 10 कांग्रेस की हैं। एडीआर की रिपोर्ट में 716 महिला उम्मीदवारों का विश्लेषण किया गया था। इनमें पाया गया कि 255 (36 प्रतिशत) महिलाएं करोड़पति हैं। 2014 के लोकसभा चुनावों के दौरान 665 महिला उम्मीदवारों में से 219 (33 प्रतिशत) करोड़पति थीं। 
 
कांग्रेस के महिला उम्मीदवारों के लिए प्रति उम्मीदवार संपत्ति का औसत 18.84 करोड़ रुपए है, जबकि भाजपा उम्मीदवारों के लिए यह 22.09 करोड़ रुपए है। बसपा की महिला उम्मीदवारों का औसत 3.03 करोड़ रुपए है, जबकि तृणमूल उम्मीदवारों के लिए यह 2.67 करोड़ रुपए है। 
 
माकपा की महिला उम्मीदवारों की औसतन संपत्ति 1.33 करोड़ रुपए है, जबकि समाजवादी पार्टी के लिए यह आंकड़ा 39.85 करोड़ रुपए और आम आदमी पार्टी के लिए 2.92 करोड़ रुपए है। रिपोर्ट के अनुसार 222 निर्दलीय महिला उम्मीदवारों की संपत्ति का औसत मूल्य 1.63 करोड़ रुपए है। 
 
नामांकन के समय दाखिल शपथ-पत्र के अनुसार उत्तरप्रदेश के मथुरा से भाजपा उम्मीदवार हेमा मालिनी 250 करोड़ रुपए की संपत्ति के साथ इस चुनाव में सबसे अमीर महिला उम्मीदवार हैं। उनके बाद तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) की डीए सत्य प्रभा (220 करोड़ रुपए) आंध्रप्रदेश के राजामपेट निर्वाचन क्षेत्र से हैं। शिरोमणि अकाली दल की हरसिमरत कौर बादल (217 करोड़ रुपए) पंजाब की बठिंडा से उम्मीदवार हैं और तीसरे स्थान पर हैं। 
 
छ: महिला उम्मीदवारों ने अपने स्वयं के हलफनामे में शून्य संपत्ति घोषित की है। सभी निर्दलीय उम्मीदवार हैं। एडीआर ने कहा कि 232 (32 प्रतिशत) महिला उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षणिक योग्यता कक्षा 5 से कक्षा 12 के बीच घोषित की है, जबकि 396 (55 प्रतिशत) ने स्नातक और उससे अधिक की शैक्षिक योग्यता होने की घोषणा की। 
 
कुल 27 महिला उम्मीदवारों ने खुद को सिर्फ साक्षर घोषित किया है और 26 निरक्षर हैं। 2 उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षिक योग्यता का विवरण नहीं दिया। 
 
रिपोर्ट में आगे बताया गया है कि 531 (74 प्रतिशत) महिला उम्मीदवारों ने अपनी उम्र 25 से 50 साल के बीच बताई, जबकि 180 (25 प्रतिशत) ने अपनी उम्र 51 से 80 साल के बीच बताई है। 
 
एक महिला उम्मीदवार ने घोषणा की कि उसकी उम्र 80 वर्ष से अधिक है, 3 ने अपनी उम्र का खुलासा नहीं किया और एक ने कहा कि उसकी उम्र 25 वर्ष से कम है। (भाषा)

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