उन्होंने कहा कि यही वो धरती है, यही वो जगह है, जहां पर श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने तिरंगा फहराया था। देशविरोधी हर ताकत को उन्होंने ललकारा था कि एक देश में दो विधान, दो प्रधान और दो निशान नहीं चलेंगे। श्यामा प्रसादजी का वो उद्घोष भारतीय जनता पार्टी के लिए वचन-पत्र है, पत्थर की वो लकीर है जिसे कोई मिटा नहीं सकता। ये भाजपा का हमेशा से कमिटमेंट रहा है और देश का ये चौकीदार भी इसी भावना पर अटल है और अटल रहेगा।