गुजरात की सीमा से सटी ये आदिवासी बहुल सीट कांग्रेस का गढ़ मानी जाती है। हालांकि 16वें लोकसभा चुनाव में भाजपा के स्व. दिलीप सिंह भूरिया ने यहां कमल खिलाया, लेकिन उनका निधन हो जाने के कारण यहां हुए उपचुनाव में एक बार फिर भूरिया ने इस सीट को कांग्रेस के खाते में डाल दिया।
रतलाम लोकसभा सीट पर झाबुआ जिले की झाबुआ, थांदला, पेटलावद, अलीराजपुर जिले की जोबट और अलीराजपुर और रतलाम जिले की रतलाम सिटी, रतलाम ग्रामीण एवं सैलाना विधानसभा सीटें आती हैं। भाजपा ने इस बार नया चेहरा उतारकर कांग्रेस के इस गढ़ में कांग्रेस को चुनौती दी है। आदिवासी बहुल इस सीट पर लंबे समय से इंदौर-दाहोद रेल लाइन और इंदौर-अहमदाबाद फोनलेन का काम पूरा नहीं होने के कारण ग्रामीणों में खासा आक्रोश है।