मायावती ने ट्वीट किया, भोपाल से भाजपा प्रत्याशी और मालेगांव ब्लास्ट आरोपी साध्वी प्रज्ञा का दावा है कि वह धर्मयुद्ध लड़ रही हैं। यही है बीजेपी-आरएसएस का असली चेहरा जो लगातार बेनकाब हो रहा है। उन्होंने कहा, लेकिन (चुनाव) आयोग केवल नोटिसें ही क्यों जारी कर रहा है, प्रज्ञा का नामांकन क्यों नहीं रद्द कर रहा है?
मायावती ने कहा, मीडिया की जबर्दस्त आलोचनाओं के बावजूद चुनाव आयोग अगर जनसंतोष के मुताबिक निष्पक्षता से काम नहीं कर रहा है। उन्होंने कहा, तो यह देश के लोकतंत्र के लिए बड़ी चिंता की बात है व इस गिरावट के लिए असली जिम्मेदार कोई और नहीं, बल्कि भाजपा और पीएम मोदी हैं जो गंभीर चुनावी आरोपों से घिरे हैं।