मालेगांव बम विस्फोट के आरोप में गिरफ्तार की गईं साध्वी ने अपने 'अत्याचारों' की कहानी बताते हुए कहा कि उन्हें गैरकानूनी तरीके से 13 दिन तक रखा गया। पहले ही दिन मुझे बुलाया गया। बिना पूछे ही चौड़े बेल्ट से पीटना शुरू कर दिया। बेल्ट पर लकड़ी की मूठ लगी हुई थी। जब बेल्ट हाथ पर पड़ता तो पूरा हाथ सूज जाता था। ऐसा लगता था कि मानो दूसरा बेल्ट पड़ते ही हाथ कट जाएगा।
उन्होंने कहा कि मैं अपनी पीड़ा नहीं बता रही हूं सिर्फ इतना बता रही हूं कि फिर कोई बहन इस तरह की पीड़ा से न गुजरे। साध्वी ने आगे कहा कि मुझे चीखते-चीखते गंदी-गंदी गालियां दी जाती थीं। उल्टा लटकाते थे, मानो निर्वस्त्र करेंगे। असहनीय है मेरे लिए यह सब कुछ कहना।