उन्होंने कहा, 'राहुल जी ने अग्रिम पंक्ति में रहकर एक विपक्षी नेता की सशक्त भूमिका निभाई है। उन्होंने जो दिन-रात मेहनत की है, उसका मकसद सिर्फ कांग्रेस को मजबूत करना नहीं, बल्कि संवैधानिक संस्थाओं को बचाना भी है।' पांडे ने आरोप लगाया कि भाजपा असल मुद्दों से ध्यान भटकाते हुए चुनाव को भावनात्मक मुद्दों की ओर ले गई।
उन्होंने कहा, 'भाजपा ने चुनाव को राष्ट्रपति प्रणाली वाला बनाया। निश्चित तौर पर परिणाम हमारी अपेक्षा के विपरीत हैं। इसका देश की राजनीति और कांग्रेस पर क्या असर होगा, इस पर चिंतन करने की जरूरत है।'
गौरतलब है कि कांग्रेस को इस लोकसभा चुनाव में करारी हार का सामना करना पड़ा है। वह 52 सीटों पर सिमट गई है। स्वयं राहुल गांधी भी अमेठी से चुनाव हार गए। 2014 के चुनाव में 44 सीटें जीतने वाली पार्टी को इस बार बेहतर की उम्मीद थी, लेकिन उसकी उम्मीदों पर पानी फिर गया।