मध्यप्रदेश में लोकसभा चुनाव में कम मतदान ने भाजपा नेतृत्व की चिंता बढ़ा दी है। प्रदेश में मिशन-29 के लक्ष्य और हर बूथ पर 370 वोट बढ़ाने के लक्ष्य के साथ मैदान में उतरी भाजपा के लिए कम मतदान चिंता का सबब बन गई है, यहीं कारण अब खुद गृहमंत्री अमित शाह ने पूरी चुनावी कमान अपने हाथों में ली है। दूसरे चरण की वोटिंग से पहले गुरुवार देर रात भोपाल पहुंचे गृहमंत्री अमित शाह ने कम वोटिंग को लेकर प्रदेश संगठन को फटकार लगाई और अधिक से अधिक मतदान करने पर फोकस करने के निर्देश दिए। ALSO READ: मतदान के बीच लोगों को सता रही है गर्मी की चिंता, जानिए कहां कैसा है मौसम एक्शन में सीएम और संगठन- केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के निर्देश के बाद आज दूसरे चरण की वोटिंग के दौरान मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव प्रदेश भाजपा कार्यालय पर बने मॉनिटरिंग रूम में पहुंचे और वोटिंग के शुरुआती रूझानों का विश्लेषण किया
मुख्यमंत्री ने प्रदेश के 6 लोकसभा क्षेत्रों में हो रहे मतदान को लेकर लोकसभा क्षेत्र से आने वाली सूचनाओं व समस्याओं की जानकारी लेकर जिला संगठनों को दिशा निर्देश दिए।
संगठन की सक्रियता से नाराज शाह- भोपाल पहुंचे गृहमंत्री अमित शाह ने संगठन की सक्रियता को लेकर नाराजगी जाहिर की। उन्होंने दो टूक शब्दों में निर्देश दिए है कि ऐसे विधायक जो चुनाव में कम सक्रिय है, उन पर पार्टी चुनावों के बाद निर्णय लेगी। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव के परिणाम के आधार पर हर विधायक का रिपोर्ट कार्ड बनेगा और उस रिपोर्ट के आधार पर राजनीति भविष्य का फैसला करेगी।
गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि रिपोर्ट के मुताबिक़ अधिकतर विधायक अपने चुनाव की अपेक्षा कम सक्रिय है। पार्टी का राष्ट्रीय नेतृत्व हर लोकसभा क्षेत्र में विधायकों से लेकर बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं की सक्रियता पर नजर रखे हुए है और उसके आधार पर रिपोर्ट तैयार हो रही है। गृहमंत्री अमित शाह ने देर रात तक मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के साथ प्रदेश चुनाव प्रभारी डॉ. महेंद्र सिंह चौहान और प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा के साथ तीसरे और चौथे चरण की सीटों की समीक्षा कर दिशा निर्देश दिए।