Narad Rai : समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और उत्तर प्रदेश के पूर्व खेल मंत्री नारद राय ने मंगलवार को एक्स पर अपने बायो में 'मोदी का परिवार' लिखकर भाजपा में जाने का संकेत दिया। साथ ही उन्होंने जनता से सपा के चुनाव निशान साइकिल पर ताला लगाने का आह्वान किया। उल्लेखनीय है कि बलिया में 7वें और आखिरी चरण में 1 जून को मतदान होना है। ALSO READ: CM योगी के गढ़ गोरखपुर में 2 भोजपुरी कलाकारों के बीच रोचक मुकाबला
बलिया सदर सीट से दो बार के विधायक और राज्य सरकार में पूर्व मंत्री राय ने 'एक्स' पर लिखा, 'दुनिया में भारत का डंका बजाने वाले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी और भारत के गृह मंत्री, राजनीति के चाणक्य अमित शाह जी के संकल्प की समाज के अंतिम पंक्ति में बसे गरीब को मजबूत करने वाली सोच और राष्ट्रवादी विचारधारा को मजबूत करूंगा। जय जय श्री राम।'
राय ने 'एक्स' पर अपने नाम के आगे 'मोदी का परिवार' लिखा और एक वीडियो पोस्ट किया जिसमें वह अपने समर्थकों को सम्बोधित करते हुए कह रहे हैं, 'मैं लड़ता हूं, तो ताल ठोंक कर लड़ता हूं! मदद करता हूं, तो ताल ठोंक कर करता हूं और विरोध भी करता हूं, तो ताल ठोक कर करता हूं!'
वरिष्ठ पत्रकार मनीष पांडे ने एक्स पर अपनी पोस्ट में कहा कि सोमवार सुबह तक बलिया में सब ठीक ठाक चल रहा था, लड़ाई जबरदस्त थी लेकिन ऐसा लगता था कि गठबंधन बड़ी आसानी से बीजेपी के प्रत्यासी को पटकनी दे देगा लेकिन बस एक छोटी सी गलती ने बलिया का माहौल बदल दिया।
उन्होंने कहा कि कल तक जो नारद राय समाजवादी पार्टी के साथ थे वो अब भाजपा खेमे में जा पहुंचे, बनारस में भाजपा के थिंक टैंक अमित शाह के साथ एक मुलाकात नारद राय जी की हुई और बलिया का चुनाव और दिलचस्प हो गया। सामने वाली की एक छोटी सी गलती पर उसे दबोच लेने की जो कला हमारे गृह मंत्री में है वो मैने अभी तक अपने कैरियर में किसी राजनेता के अंदर नहीं देखा। बलिया में भी खेला हो गया।
राय ने सोमवार को खोरी पाकड़ गांव में अपने समर्थकों की बैठक बुलाई थी। इसमें उन्होंने गत रविवार को सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के बलिया लोकसभा क्षेत्र से सपा के उम्मीदवार सनातन पांडेय के समर्थन में फेफना क्षेत्र में सम्पन्न हुई चुनावी सभा के दौरान अपना अपमान किये जाने का आरोप लगाया।
कहा जा रहा है कि नारद राय बलिया में रविवार को सपा उम्मीदवार सनातन पांडेय के समर्थन में हुई अखिलेश यादव की रैली में उनका नाम नहीं लिए जाने से नाराज है।