Jammu Lok Sabha Elections : चार दिनों के उपरांत अर्थात 26 अप्रैल को जिस जम्मू संसदीय सीट के लिए मतदान होने जा रहा है वहां भाजपा व कांग्रेस में सीधा मुकाबला है। उधमपुर लोकसभा क्षेत्र में चुनाव होने के बाद जम्मू लोकसभा सीट के लिए लड़ाई तेज हो गई है, जिसमें प्राथमिक दावेदार भाजपा के मौजूदा सांसद जुगल किशोर शर्मा और कांग्रेस नेता रमन भल्ला हैं।
हालांकि मैदान में 22 उम्मीदवार हैं लेकिन मुकाबला मुख्य रूप से दो पार्टियों के बीच है। इससे पहले 2004 और 2009 में कांग्रेस के मदन लाल शर्मा और फिर 2014 और 2019 में भाजपा के जुगल किशोर ने इस सीट पर कब्जा जमाया था, लेकिन इस करीबी मुकाबले में इस सीट पर कब्जा होता दिख रहा है।
भाजपा के जम्मू कश्मीर अध्यक्ष रविंदर रैना और जुगल किशोर ने विभिन्न रैलियों को संबोधित किया और रोड शो का नेतृत्व किया। भाजपा हर नागरिक को अपने हिसाब से स्वीकार करती है। हम क्षेत्र या धर्म के आधार पर भेदभाव नहीं करते हैं। रैना का कहना था कि यह भाजपा के अटल बिहारी वाजपेयी ही थे जिन्होंने दिवंगत एपीजे अब्दुल कलाम आजाद का नाम भारत के राष्ट्रपति के रूप में नामित किया था। वे दावा करते थे कि जम्मू कश्मीर में शांति है। रैना ने कहा कि हमें एकजुट रहना होगा और उस पार्टी को वोट देना होगा जिसने विभिन्न जन-हितैषी कदम उठाए और विभिन्न जन-अनुकूल योजनाएं शुरू कीं।
वहीं रमन भल्ला ने कहा कि भाजपा लोगों को गुमराह करती रही है। भल्ला कहते थे कि मैं जम्मू कश्मीर के लोगों के साथ सभी वादे पूरे करूंगा। हम राज्य का दर्जा बहाल करेंगे। हम बेरोजगार युवाओं के लिए रोजगार के अवसर पैदा करेंगे। जेकेपीसीसी के अध्यक्ष विकार रसूल वानी ने उधमपुर निर्वाचन क्षेत्र में हाल के चुनावों में उच्च मतदान प्रतिशत को बदलाव का संकेत बताया है।
जम्मू लोकसभा सीट में मुख्य रूप से जम्मू क्षेत्र के सांबा, रियासी और जम्मू जिलों के मैदानी इलाके और हिंदू-बहुल क्षेत्र शामिल हैं। इस बार जुगल किशोर शर्मा हैटट्रिक बनाने का सपना देखते हुए तीसरा कार्यकाल चाह रहे हैं। वर्ष 2014 के लोकसभा चुनावों के दौरान उन्होंने 2.57 लाख मतदाताओं के अंतर से सीट जीती और 2019 के चुनावों में उन्होंने 3.02 लाख वोटों के अंतर से जीत हासिल की।
वर्ष 1998 के बाद से इस सीट के लिए भाजपा व कांग्रेस में टक्कर चल रही है। इससे पहले जम्मू संसदीय क्षेत्र में हमेशा कांग्रेस का पलड़ा ही भारी रहा था। वर्ष 2014 के संसदीय चुनाव में भाजपा के उम्मीदवार जुगल किशोर शर्मा विजयी रहे थे। कुल पड़े 13,05,078 वोटों में से 6,19,995 वोट जुगल को मिले थे। उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी कांग्रेस के मदन लाल शर्मा को ढाई लाख वोटों से अधिक के अंतर से पराजित किया था।