भोपाल। मध्यप्रदेश में लोकसभा चुनाव की वोटिंग के बाद अब कांग्रेस मतगणना को लेकर खासा सतर्क हो गई है। कांग्रेस को लोकसभा चुनाव में काउंटिंग का डर सता रहा है। आज प्रदेश कांग्रेस कार्यालय मे कांग्रेस के सभी लोकसभा प्रत्याशियों की बैठक हुई, जिसमें कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के साथ कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी जितेंद्र भंवर सिंह भी शामिल हुए। बैठक में पार्टी के सभी प्रत्याशियों से चुनाव का फीडब़ैक लेने के साथ काउंटिंग को लेकर विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए।
बैठक में शामिल होने पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि आम जनता कांग्रेस के साथ है और चुनाव परिणाम कांग्रेस के पक्ष में आएंगे। वहीं कमलनाथ ने कहा कि भाजपा ने छिंदवाड़ा में बेईमानी करने की हर संभव कोशिश की लेकिन छिंदवाड़ा की जनता चुनाव में गद्दारों को सबक सिखाएगी। कमलनाथ ने कहा कि छिंदवाड़ा में भाजपा ने कोई कोर कसर नहीं छोड़ी, प्रशासन और पैसे की। अमित शाह से लेकर मुख्यमंत्री तक सात-आठ बार आए लेकिन छिंदवाड़ा की जनता सब समझती है और गद्दारों को अच्छा जवाब देगी।
बैठक में उठा भीतरघात का मुद्दा-लोकसभा चुनाव को लेकर हुई समीक्षा बैठक में भीतरघात का मुद्दा भी उठा। बैठक में शामिल होने वाले पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंहह ने कहा कि भीतरघातियों पर कार्रवाई के लिए कमेटी घटित की गई है जो इन शिकायतों पर जांच के बाद कार्रवाई करेगी। इसके साथ अजय सिंह ने कहा कि बैठक में जितेंद्र सिंह फीडबैक लेने आए है और उन्होंने प्रत्याशियों से वन-टू-वन चर्चा करके फीडबैक लिया।
इसके साथ बैठक में इंदौर में कांग्रेस प्रत्याशी अक्षय बम के भाजपा में शामिल होने का मुद्दा भी उठा। इस पूरे मसले में पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि अक्षय बम ने कांग्रेस और इंदौर के लोगों का विश्वास तोड़ा है और उन्हें इसका अंजाम भी भुगतना पड़ेगा। इसके साथ सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि पार्टी ने डर के कारण भीतरघातियों पर कार्रवाई नहीं की जबकि पार्टी को बोल्ड निर्णय लेना चाहिए और अब चुनाव के बाद कार्रवाई होनी चाहिए।