आप छुट्टी मत समझिये, काम पर लग जाइए… जब चुनाव के बाद सरकार वापस आएगी तो सरकार नए जोश और उत्साह के साथ काम करेगी। दरअसल, यह बात पीएम मोदी ने अपने मंत्रियों की क्लास लेते हुए कही है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने रविवार को मंत्रिपरिषद की बैठक की अध्यक्षता की, जिसमें विकसित भारत : 2047 के लिए दृष्टि पत्र और अगले पांच वर्षों के लिए एक विस्तृत कार्ययोजना पर मंथन किया गया। बैठक करीब 11 घंटे तक चली बैठक में पीएम मोदी ने डीप फेक से बचने की सलाह भी अपने मंत्रियों के दी। पीएम मोदी ने बैठक के दौरान कहा कि मैंने अपनी कैबिनेट में शामिल राज्यसभा सांसदों को आगामी लोकसभा चुनाव लड़ने को कहा था।
उन्होंने कहा कि आवाज बदलकर धोखा देने की जो कोशिश की जाती है, उससे सतर्क रहें। पीएम मोदी ने मंत्रियों से कहा कि बोलना है तो योजनाओं पर बोलें, विवादित बयानों से बचें।
सरकार के सूत्रों ने बताया कि बैठक में, मई में नयी सरकार के गठन के बाद तुरंत उठाए जाने वाले कदमों के लिए 100 दिवसीय एजेंडे के शीघ्र क्रियान्वयन पर चर्चा की गई।
उन्होंने कहा कि विकसित भारत के लिए रोडमैप दो साल से अधिक की गहन तैयारी का परिणाम है। सूत्रों ने कहा कि इसमें सभी मंत्रालयों और राज्य सरकारों, शिक्षाविदों, उद्योग संगठनों, नागरिक समाज संस्थाओं, वैज्ञानिक संगठनों के साथ व्यापक परामर्श तथा युवाओं के सुझावों को समाहित करते हुए सरकार का समग्र दृष्टिकोण शामिल है।
इस संबंध में एक अधिकारी ने कहा, विभिन्न स्तरों पर 2,700 से अधिक बैठकें, कार्यशालाएं और सेमिनार आयोजित किए गए। 20 लाख से अधिक युवाओं से सुझाव प्राप्त हुए।
सूत्रों ने कहा कि विकसित भारत के लिए रोडमैप में स्पष्ट रूप से व्यक्त की गई राष्ट्रीय दृष्टि, आकांक्षाएं, लक्ष्य और कार्यों के साथ एक व्यापक खाका है।
उन्होंने कहा कि इसके लक्ष्यों में आर्थिक विकास, सतत विकास लक्ष्य (एसडीजी), जीवन को आसान बनाना, व्यापार करने में आसानी, बुनियादी ढांचा और सामाजिक कल्याण जैसे क्षेत्र शामिल हैं।
बैठक में कई मंत्रालयों ने अपने विचार व्यक्त किए। यह बैठक लोकसभा चुनाव की तारीखों की निर्वाचन आयोग द्वारा घोषणा किए जाने से पहले इस तरह की संभवत: आखिरी बैठक है। इनपुट भाषा