प्रमुख प्रतिद्वंद्वी : रमेश पोखरियाल निशंक (भाजपा), अंबरीश कुमार (कांग्रेस)
हरिद्वार से भाजपा ने पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान सांसद डॉक्टर रमेश पोखरियाल निशंक को फिर से उम्मीदवार बनाया है। जबकि, कांग्रेस ने अनुभवी नेता और पूर्व विधायक अंबरीश कुमार को निशंक के खिलाफ चुनावी मैदान में उतारा है। उनके मैदान में होने से मुकाबला दिलचस्प होने की संभावना है।
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परिचय : देश के सात सबसे पवित्र तीर्थ स्थलों में से एक है हरिद्वार, जो कि उत्तराखंड में पवित्र गंगा नदी के किनारे बसा हुआ है। यहां हर की पौड़ी देश के सबसे पवित्र घाटों में एक है। इसे धर्म की नगरी भी माना जाता है। हरिद्वार का एक भाग आज भी 'मायापुरी' नाम से प्रसिद्ध है। सैकड़ों वर्षों से लोग मोक्ष की तलाश में इस पवित्र भूमि पर आ रहे हैं।
जनसंख्या : जनगणना 2011 के अनुसार हरिद्वार शहर की कुल जनसंख्या 2 लाख 28 हजार 832 है।
अर्थव्यवस्था : पर्यटन के अलावा यह औद्योगिक दृष्टि से भी विकसित है। यहां मुख्य रूप से मौजूद हैं भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स इंडिया और नियंत्रण अनुसंधान संस्थान (पीसीआरआई)। पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड और प्रसिद्ध गुरुकुल कांगडी विश्वविद्यालय यहीं हैं। यहां का प्रसिद्ध बड़ा बाजार गंगा किनारे दूर तक फैला हुआ है।
भौगोलिक स्थिति : यह शहर पश्चिमोत्तर उत्तरांचल राज्य में स्थित है। यहां गर्मियों में गर्मी एवं सर्दियों में अत्यधिक ठंड पड़ती है। मानसून यहां भ्रमण के लिए अच्छा समय नहीं है।
16वीं लोकसभा में स्थिति : उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री, भाजपा के डॉक्टर रमेश पोखरियाल निशंक यहां सांसद हैं। वे लोकसभा चुनाव 2014 में कांग्रेस नेता हरीश रावत की पत्नी रेणुका रावत को पराजित कर यहां से विजयी हुए हैं।
उत्तराखंड के बारे में : उत्तराखंड की सभी 5 सीटों पर पिछले चुनाव में भाजपा ने जीत हासिल की थी। इस बार भी मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच है। पिछले चुनाव में जहां कांग्रेस की सरकार थी, वहीं इस बार राज्य में भाजपा की सरकार है। भाजपा की ओर से टिहरी राजपरिवार की सदस्य माला राज्य लक्ष्मी, पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक की प्रतिष्ठा दांव पर है, वहीं कांग्रेस की ओर से पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और मनीष खंडूरी पर अपनी-अपनी सीटें जीतने का दबाव रहेगा। खंडूरी गढ़वाल सीट से चुनाव लड़ रहे हैं, जहां पिछली बार उनके पिता मेजर जनरल भुवनचंद्र खंडूरी भाजपा के टिकट पर सांसद बने थे।